आरोप है कि तीनों नेता शुक्रवार को दिन में 500 से 600 कार्यकर्ताओं के साथ गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुँचे। माल्यार्पण के बाद बिना किसी सूचना के सभी लोग धरने पर बैठ गए। करीब डेढ़ घंटे तक धरना दिया और इसकी किसी ने अनुमति नहीं ली। गांधी प्रतिमा पर धरना प्रतिबंधित है, इसके बावजूद नियमों का उल्लंघन किया गया। यही नहीं कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं किया और रोड जाम कर सामान्य यातायात प्रभावित किया। कार्यकर्ताओं ने जीपीओ के चारों तरफ लगी जाली व दीवार भी तोड़कर राजकीय संपति को क्षति पहुचाई। इंस्पेक्टर श्यामबाबू शुक्ल के मुताबिक चौकी प्रभारी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन की जा रही है। प्रियंका गांधी के इस मौन धरना के कारण हजरतगंज का ट्रैफिक काफी बाधित रहा। वहां पर कांग्रेस के नेताओं की भीड़ के कारण ही जीपीओ पार्क की रेलिंग भी कई जगह से टूट गई है।

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