Home पश्चिम बंगाल बंगाल हिंसा : राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा- पुलिस स्टेशन जाने से डर रहे हैं लोग
पश्चिम बंगाल

बंगाल हिंसा : राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा- पुलिस स्टेशन जाने से डर रहे हैं लोग

Share
Share

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने असम के रनपगली में एक शिविर का शुक्रवार को दौरा किया जहां खुद को बीजेपी समर्थक बता रहे कई परिवारों ने शरण ली हुई है। इन परिवारों का आरोप है कि विधानसभा चुनावों के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता उन पर अत्याचार कर रहे थे। उत्तर बंगाल में कूच बिहार से बीजेपी सांसद नीतीश प्रमाणिक के साथ धनखड़ ने असम के धुबरी जिले में शिविर का दौरा किया और लोगों से बात की। महिलाएं एवं बच्चों ने यहां शरण ली हुई है।

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्य में लोग पुलिस थाने जाने से डर रहे हैं। सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं से पुलिस डरी हुई है। मैंने उन्हें वापस आने के लिए प्रोत्साहित किया है, मैं अपने सीने पर गोली लूंगा। मैं सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ मुख्यमंत्री से बात करूंगा। उन्हें जनादेश मिला है। सीएम को टकराव छोड़ देना चाहिए।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि शपथ लेने के बाद ममता बनर्जी ने एसआईटी बनाई और एसपी को सस्पेंड किया। मैं सीएम से पूछना चाहता हूं कि जब पूरा राज्य जल रहा था, तब आप क्यों नहीं देख रहे थे। वहीं, शिविर में रहे लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने दो मई को चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से बंगाल में अपने घर छोड़ दिए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उनके घरों में तोड़-फोड़ की।

 

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

बांग्ला वेब स्टोरी डाइवोर्स बहुत जल्द आर्या डिजिटल ओटीटी पर होगी रिलीज

कोलकाता : आर्या डिजिटल प्राइवेट लिमिटेड प्रस्तुत बांग्ला वेब स्टोरी डाइवोर्स बहुत...

वंदे भारत पर पथराव बंगाल में नहीं बिहार में हुआ…. बोलीं ममता बनर्जी

National Desk:  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दावा...

ममता बनर्जी के एक और विधायक ईडी के हिरासत में …ED ने कसा शिकंजा

DESK:   पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच प्रवर्तन निदेशालय ने...

कलकत्ता हाईकोर्ट का फैसला- मौत के पहले दिया गया बयान एक निर्णायक सबूत,सजा के लिए काफी…

DESK :  कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति देबांगसू बसाक और न्यायमूर्ति बिभास...