Home Breaking News मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर बुधवार को दिल्ली पहुंचते ही एक बार फिर अटकलों का दौर शुरू
Breaking NewsTop Newsउत्तराखंडराज्य

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर बुधवार को दिल्ली पहुंचते ही एक बार फिर अटकलों का दौर शुरू

Share
Share

#सुबोध उनियाल (सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री) का कहना है कि राष्ट्रीय दलों की सरकारों में मुख्यमंत्री और मंत्रियों का दिल्ली आना-जाना सामान्य बात है। मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे को लेकर कोई अन्य अर्थ नहीं लेना चाहिए।#

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर बुधवार को दिल्ली पहुंचते ही एक बार फिर अटकलों का दौर शुरू हो गया। इस दौरे को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के उप चुनाव से तो जोड़ा ही गया, साथ ही उप चुनाव में अड़चन की स्थिति में नेतृत्व परिवर्तन की बात भी राजनीतिक गलियारों में चली। राज्य के दो मंत्रियों की दिल्ली में मौजूदगी को भी इससे जोड़ दिया गया। हालांकि, खुद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि वह रामनगर चिंतन शिविर में   पार्टी द्वारा की गई चुनावी रणनीति पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात को दिल्ली आए हैं। मुख्यमंत्री बुधवार को दोपहर में दिल्ली पहुंच गए, लेकिन देर रात तक उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात नहीं हो पाई थी।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को दिल्ली बुलाए जाने को आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा गया तो मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के उपचुनाव में आ रही अड़चन से भी। यह बात भी उठी कि यदि उपचुनाव होता है तो मुख्यमंत्री गंगोत्री सीट से शायद ही चुनाव लड़ें, क्योंकि देवस्थानम बोर्ड को लेकर वहां तीर्थ पुरोहित नाराज चल रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत गढ़वाल संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाली किसी विधानसभा सीट को तवज्जो दे सकते हैं। यह अटकलें भी लगाई गईं कि यदि उपचुनाव की स्थिति नहीं बनी तो सरकार में फिर से नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है।

नेतृत्व परिवर्तन के बाद तीरथ सरकार ने पिछली सरकार में बंटे दायित्वों को निरस्त कर दिया था। दायित्व वितरण के लिए ऐसा फार्मूला निकालने पर जोर दिया जा रहा, जिससे संगठन में कहीं भी असंतोष के सुर न उभरें। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के दिल्ली दौरे को इस मसले से भी जोड़कर देखा गया। इसके अलावा पार्टी विधायकों और कार्यकर्त्‍ताओं की जुबानी जंग सरकार व संगठन को असहज किए है। चर्चा रही कि मुख्यमंत्री इस बारे में केंद्रीय नेतृत्व से विमर्श कर सकते हैं।

सियासी गलियारों में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज व राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत के दिल्ली पहुंचने और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से उनकी कथित मुलाकात की भी चर्चा रही। हालांकि, संपर्क करने पर राज्यमंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि वह रामनगर से लौट रहे हैं और हरिद्वार में हैं। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज से फोन पर संपर्क नहीं हो पाया, लेकिन बताया गया कि वह रामनगर से ही निजी कार्यक्रम में भाग लेने दिल्ली चले गए थे।

Share

Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Articles

धनबाद में धरती आबा जन भागीदारी अभियान शुरू

अभियान से जरूरतमंद व्यक्तियों को मिल रहा लाभ : उपायुक्त पहले दिन...

अंचल अधिकारी ने कबड्डी खिलाड़ियों को किट खरीदने हेतु उपलब्ध कराई सहायता राशि

धनबाद : अंचल अधिकारी बलियापुर प्रवीण कुमार सिंह ने बलियापुर के प्रधानखंता...

समाहरणालय सभागार से की गई धरती आबा जनभागीदारी अभियान की शुरुआत

एडीएम लॉ एंड आर्डर ने किया लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण...