1957 का नोबेल पुरस्कार विजेता चीनी Physicist Chen Ning Yang का बीजिंग में 103 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने पारिटी नियमों और यांग-मिल्स सिद्धांत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले Physicist Chen Ning Yang का 103 वर्ष की उम्र में स्वर्गवास
नोबेल विजेता Physicist Chen Ning Yang का 103 वर्ष की उम्र में निधन
प्रसिद्ध चीनी Physicist Chen Ning Yang का बीजिंग में बीमारी के कारण शनिवार को निधन हो गया। वे 103 वर्ष के थे।
Physicist Chen Ning Yang ने 1957 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार जीता था, जो उनके पारिटी नियमों पर किए गए अभूतपूर्व शोध के लिए था। ये नियम उपपरमाणवीय कणों के व्यवहार को समझने में क्रांतिकारी सिद्ध हुए।
यांग-मिल्स सिद्धांत और विज्ञान में योगदान
चीन की प्रतिष्ठित त्सिंगहुआ यूनिवर्सिटी, जहां उन्होंने अध्ययन किया और प्रोफेसर के पद पर कार्य किया, ने उनकी मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। विश्वविद्यालय ने कहा, “उनका जीवन मानव इतिहास के एक कालातीत अध्याय के रूप में चमकता है, जो न केवल चीन के लिए बल्कि वैश्विक समुदाय के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। उनका योगदान हमेशा जीवित रहेगा।”
1954 में चेन ने अमेरिकी भौतिक विज्ञानी रॉबर्ट मिल्स के साथ मिलकर यांग-मिल्स सिद्धांत का विकास किया, जिसने प्रकृति की चार मूलभूत ताकतों में से तीन – विद्युतचुंबकीय, कमजोर और मजबूत अंतःक्रियाओं – को संयोजित रूप में समझने का मार्ग प्रशस्त किया।
यह सिद्धांत आधुनिक भौतिकी के स्टैण्डर्ड मॉडल की आधारशिला माना जाता है, जो सभी ज्ञात प्राथमिक कणों के व्यवहार को समझाता है।
प्रकाशन और पुरस्कार
Physicist Chen Ning Yang ने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण शैक्षणिक लेख प्रकाशित किए, जिनमें अमेरिकी गणितीय सोसाइटी के बुलेटिन, फिजिकल रिव्यू और अन्य प्रमुख जर्नल शामिल हैं।
उनका नाम वैज्ञानिक इतिहास में अमर हो गया है, और उनकी खोजें आज भी भौतिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास का मार्गदर्शन करती हैं।
FAQs:
- Physicist Chen Ning Yang कौन थे?
वे एक प्रतिष्ठित चीनी भौतिक विज्ञानी थे जिन्होंने 1957 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार जीता था। - उन्होंने नोबेल पुरस्कार किस लिए जीता?
उन्होंने पारिटी नियमों पर किए गए क्रांतिकारक शोध के लिए पुरस्कार प्राप्त किया। - यांग-मिल्स सिद्धांत क्या है?
यह सिद्धांत प्रकृति की तीन मूलभूत ताकतों को संयोजित करता है और स्टैण्डर्ड मॉडल का आधार है। - चेन निङ यांग की उम्र कितनी थी?
उनका निधन 103 वर्ष की उम्र में हुआ। - वे किस विश्वविद्यालय से जुड़े थे?
वे त्सिंगहुआ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रह चुके थे। - उनका विज्ञान में योगदान क्यों महत्वपूर्ण है?
उनकी खोजों ने उपपरमाणवीय कणों के व्यवहार को समझने में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं।
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