कतरास : कतरास क्षेत्र के ए.के.डब्लू.एम.सी. अंतर्गत संचालित अंबे माइनिंग आउटसोर्सिंग (AMPL) में शुक्रवार को बड़ा हादसा हुआ। लैंड स्लाइड होने से कंपनी का सर्विस वैन करीब 400 फीट गहरी खाई में जा गिरा। घटना में आधा दर्जन कर्मियों की मौत की पुष्टि हुई है। राहत कार्य चल रहा है और अब तक तीन मजदूरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। आशंका जताई जा रही है कि अभी भी कई लोग मलबे के नीचे फंसे हो सकते हैं।
मृत कर्मियों की पहचान आसनसोल निवासी सौरभ गोप, बलियापुर निवासी राहुल रवानी, और बीरभूम निवासी गया सिंह व केशु दास के रूप में हुई है। शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। हादसे के बाद परिजन व ग्रामीणों में आक्रोश है। मृतक कर्मियों के परिजनों ने देर शाम ए.के.डब्लू.एम.सी. कोलियरी कार्यालय के बाहर मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
उधर, कतरास के रामकनाली ओपी क्षेत्र के बुट्टू बाबू बांग्ला के समीप शुक्रवार सुबह अचानक जमीन धंसने से भीषण हादसा हो गया। जोरदार धमाके के साथ हुए इस भू-धंसान में 4 से 5 घर पूरी तरह जमींदोज हो गए। कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। बाद में बेहतर इलाज के लिए घायलों को दूसरे अस्पताल रेफर किया गया।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में हो रहा अवैध कोयला खनन इन हादसों का मुख्य कारण है। उनका आरोप है कि लगातार हो रही अवैध खदान गतिविधियों से जमीन कमजोर हो चुकी है, जिसके चलते आए दिन भू-धंसान की घटनाएं सामने आ रही हैं।
हादसों पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के महामंत्री ए.के. झा, बीसीकेयू के राजेन्द्र प्रसाद राजा, भाकपा माले के पोलित ब्यूरो सदस्य हलधर महतो, और झा को म यू के शिव प्रसाद महतो ने बीसीसीएल प्रबंधन और सीआईएसएफ की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि अगर समय रहते अवैध खनन पर रोक लगाई जाती तो यह हादसा नहीं होता। उन्होंने दोषियों पर कठोर कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की।
फिलहाल प्रशासन और बचाव दल मौके पर मौजूद हैं। सर्विस वैन के अगले हिस्से को निकाला जा चुका है, लेकिन अभी भी कई शव बरामद नहीं हो पाए हैं।
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