बच्चों के भावनात्मक विकास के लिए जानें चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट द्वारा सुझाए गए 7 जेंटल Parenting टिप्स, जो हर माता-पिता के लिए जरूरी हैं।
कोमल Parenting के 7 प्रेरक सूत्र जो बच्चों के व्यवहार में बदलाव लाएंगे
बच्चों के लिए सकारात्मक और सौम्य परवरिश: चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट के 7 असरदार टिप्स
जेंटल Parenting यानी सौम्य परवरिश, बच्चों और माता-पिता के बीच भरोसे, समझ और इमोशनल हेल्थ को बल देती है। यह सिर्फ गलतियों पर डांट-डपट या कठोर अनुशासन की जगह, बच्चों की भावनाओं, जरूरतों और जिम्मेदारियों को सँभालने का तरीका है। डॉ. हर्षिता टंडन के अनुसार, ‘माता-पिता का प्रगति की ओर ध्यान देना और प्रतिक्रिया देने के बजाय प्रतिक्रिया दिखाना बच्चों के लिए जीवनभर की सीख है।’
सात जेंटल Parenting टिप्स
- संवेदनशील होकर सुनें
बच्चे की गलती बताने से पहले उसकी बात पूरी सहानुभूति से सुनें। इससे बच्चा आपके भरोसे में आता है और भविष्य में सम्मानपूर्वक बर्ताव करता है। - सीमाएं तय करें
नियम एवं सीमा जरूरी हैं, लेकिन स्पष्टता और स्थिरता के साथ। बच्चों को नियम का कारण और पालन न करने के परिणाम भी समझाएं। - सकारात्मक प्रोत्साहन
केवल गलती पर ध्यान देने के बजाय, हर अच्छे प्रयास पर प्रशंसा करें। बच्चों के प्रयास की सराहना करें, परिणाम की नहीं। - खुद उदाहरण दें
बच्चे वही व्यवहार सीखते हैं जो वे अपनी नजरों से देखते हैं। माता-पिता खुद शांत, दयालु और सम्मानजनक बनें। - समस्या का हल निकालें, सजा नहीं दें
हल तलाशना सजा देने से बेहतर है। बच्चे से मिलकर विचार करें—’अगली बार कैसे मैनेज करेंगे?’ इससे डर नहीं, लचीलापन सिखता है। - समय साथ बिताएं
पढ़ना, खाना, संगीत सुनना—बिना किसी व्यवधान के समय बिताएं। इससे भावनात्मक जुड़ाव मजबूत होगा। - खुद के लिए भी नरम बनें
पेरेंटिंग में गलतियां होना स्वाभाविक है। खुद को दोष न देकर वक्त-वक्त पर रुक कर सीखते रहें।
FAQs
- जेंटल पेरेंटिंग क्या है?
- यह दंड की जगह सहानुभूति, समझ और सम्मान से बच्चों की परवरिश है।
- क्या इसमें अनुशासन नहीं है?
- अनुशासन है, पर सख्ती या डर के बजाय समझदारी और प्राकृतिक परिणामों के रूप में।
- क्या यह जिद्दी बच्चों पर असर करता है?
- जी हाँ, समय के साथ भरोसा और इमोशनल नियंत्रण सिखाता है।
- क्या यह पेरमिसिव पेरेंटिंग है?
- नहीं, इसमें कंम्युनिकेशन के साथ सीमाएं और नियम भी होते हैं।
- कब शुरू करें?
- शांत रहें, बच्चे के इमोशन को सुनें और खुद अच्छा व्यवहार प्रदर्शित करें।
- क्या माता-पिता के लिए भी लचीलापन जरूरी है?
- हाँ, इसमें सीखने और धैर्य रखने की जरूरत होती है।
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