धनबाद । उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन के निर्देशानुसार मत्स्य पालन में तकनीकी समझ का निर्माण करना, एसएचजी सदस्यों, ग्रामीण युवाओं तथा बेलगड़िया के लोगों की आजीविका बढ़ाने के उद्देश्य से मंगलवार को डीएमएफटी, जेआरडीए और सहकारिता विभाग की संयुक्त टीम ने तोपचाची प्रखंड के गुनघुशा पंचायत का दौरा किया।
इसकी जानकारी देते हुए जिला मत्स्य पदाधिकारी उषा किरण ने बताया कि टीम ने वहां बायोफ्लोक टैंक और बायोफ्लोक तालाब इकाइयों का दौरा किया। टीम ने स्थानीय किसानों द्वारा अपनाई जा रही बायोफ्लोक – आधारित मत्स्य पालन की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया। साथ ही जल निकायों में पिंजरे में मछली पालन की क्षमता पर प्रकाश डालते हुए एक विस्तृत प्रदर्शन किया।
टीम ने जलीय कृषि गतिविधियों में लगे किसानों के साथ एक संवाद व शिक्षण सत्र आयोजित किया। इसका उद्देश्य उनमें तकनीकी समझ विकसित करना और स्वयं सहायता समूह के सदस्यों तथा ग्रामीण युवाओं के बीच इसे अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना था।
इसके बाद, टीम बाघमारा प्रखंड के खरखरी पहुँची, जहाँ उन्होंने एक मछली पालन इकाई का दौरा किया। इसका उद्देश्य जलीय कृषि में विविधीकरण के अवसरों का पता लगाना और आय सृजन बढ़ाने के लिए उच्च मूल्य वाली मछली प्रजातियों को बढ़ावा देना था।
मौके पर डीएमएफटी पीएमयू के अमर श्रीवास्तव, जेआरडीए के सलाहकार डीएन माहापात्रा, किसलय कांत, मत्स्य विभाग के कर्मी व अन्य लोग मौजूद थे।
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