डीजे बजाने पर रहेगा प्रतिबंध, आयोजकों को देना होगा दिशा निर्देशों का पालन करने का अंडरटेकिंग
निर्देशों का 100% पालन करने में प्रथम स्थान पर आने वाली पूजा समिति को दिया जाएगा एक लाख रुपए का पुरस्कार
सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल रूम से रखी जाएगी निगरानी
धनबाद : दुर्गा पूजा में श्रद्धालुओं को विभिन्न पूजा पंडालों में सुगमता से पहुंचने और प्रतिमा का दर्शन करने के लिए उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन एवं वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बुधवार को वरीय पदाधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से बैठक कर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
सबसे पहले सभी पूजा समितियों को जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित मानदंडों का पालन करने का अंडरटेकिंग देना होगा। जिसमें सभी पंडाल में क्राउड मैनेजमेंट, पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, साफ सफाई, पेयजल, वालंटियर की तैनाती, शौचालय, महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग लाइन व अलग प्रवेश व निकास द्वार, पार्किंग व्यवस्था, वेंडिंग जोन, फायर एक्सटिंग्विशर व बालू से भरी बाल्टी, चिकित्सा के लिए फर्स्ट एड बॉक्स, विसर्जन वाहन के ड्राइवर का लइसेंस, पंडाल में वेंटीलेशन की सुविधा, इंटरनेट से जुड़े सीसीटीवी कैमरे, जिला प्रशासन के दिशा नर्देशों से संबंधित फ्लैक्स, पुलिस कंट्रोल रूम सहित अन्य आवश्यक सेवाओं से संबंधित फोन नंबर, फोटोग्राफर व वीडियोग्राफर की तैनाती, खोया पाया काउंटर, लाउडस्पीकर बजाने का निर्धारित समय, विसर्जन के दौरान निर्धारित रूट, समय तथा स्थल का पालन करने, डीजे का उपयोग नहीं करने, इलेक्ट्रिकल कनेक्शन में सर्किट ब्रेकर, फ्यूज, अर्थिंग, तारों का सुरक्षित इंसुलेशन सहित अन्य बिंदुओं का अंडरटेकिंग देना होगा। इसके अलावा आयोजकों को अग्निशमन विभाग, भवन प्रमंडल एवं विद्युत विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होगा।
उपायुक्त ने कहा कि सभी पूजा समितियों ने दुर्गा पूजा की तैयारी शुरू कर दी है। इस दरमियान भवन प्रमंडल, अग्निशमन विभाग एवं विद्युत विभाग पंडालों का भ्रमण कर तैयारी की विस्तृत रिपोर्ट प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे।
दुर्गा पूजा के अवसर पर जिले के सभी विसर्जन स्थल पर नाव के साथ गोताखोरों रहेंगे। साथ ही वॉच टावर, पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, पब्लिक एड्रेस सिस्टम रहेगी। सुरक्षित विसर्जन के लिए जलाशयों में बैरिकेडिंग की जाएगी। आयोजकों को जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित समय अवधि में प्रतिमा का विसर्जन करना होगा।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने पीएचईडी को सभी चापानल की मरम्मत कर सुचारू पेयजल आपूर्ति करने, विद्युत विभाग को विद्युत तारों को सुरक्षित करने, धनबाद नगर निगम को साफ सफाई करने तथा पथ प्रमंडल विभाग को सड़कों की मरम्मत करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रमुख विसर्जन स्थलों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। विसर्जन स्थल पर प्रवेश एवं निकास के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए जाएंगे। वाहनों के ब्रेकडाउन होने की स्थिति में एक क्रेन भी मौजूद रहेगी। उन्होंने संबंधित थाना प्रभारी व अंचल अधिकारी को पूजा के आयोजन स्थल तथा विसर्जन रूट का भौतिक सत्यापन करने, पूजा पंडाल एवं विसर्जन जुलूस में डीजे नहीं बजाने, सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के लिए एक विशेष टीम का गठन करने, सेंट्रलाइज्ड कंट्रोल रूम से निगरानी रखने, विसर्जन जुलूस में शामिल होने वालों की संख्या निर्धारित करने, बच्चों को विसर्जन जुलूस में शामिल नहीं होने देने, ड्रोन से निगरानी करने, विजयादशमी के दिन रावन दहन के लिए स्थल चिन्हित कर उसकी बैरिकेडिंग करने तथा असामाजिक तत्वों के विरुद्ध अभी से कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
वहीं उपायुक्त ने कहा कि इस बार जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों का शत प्रतिशत पालन करने वाले उत्कृष्ट एवं स्वच्छ पंडाल को प्रथम पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली समिति को 50000 रुपए, तृतीय को 20000 रूपए तथा चौथे और पांचवें स्थान पर आने वाली पूजा समिति को 15 – 15 हजार रुपए का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
बैठक में उपायुक्त आदित्य रंजन, वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव, नगर आयुक्त रविराज शर्मा, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर हेमा प्रसाद, अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार, निदेशक डीआरडीए राजीव रंजन के अलावा सभी अंचल के अंचल अधिकारी, सिंदरी, निरसा एवं बाघमारा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर नौशाद आलम, धीरेंद्र नारायण बंका, शंकर कामती, डीटीओ दिवाकर सी द्विवेदी के साथ – साथ पथ निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग, अग्निशमन विभाग सहित सभी विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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