जानिए कैसे EMI पर लग्जरी खरीदना Gen Z और Millennials की वित्तीय स्थिरता, आदतों और मानसिकता को प्रभावित कर रहा है। क्या यह आदत फायदेमंद है या आर्थिक जोखिम?
Luxury आइटम्स EMI पर खरीदने की बढ़ती प्रवृत्ति
पूर्व में लग्जरी वस्तुएं केवल धनी लोगों तक सीमित थीं, लेकिन आज के Gen Z और मिलेनियल्स महंगी चीजें आसानी से EMI पर खरीद रहे हैं। ऐसी खरीदारी सोशल मीडिया की भूमिका के चलते और ज्यादा बढ़ी है, जहां ग्लैमर और शानदार जीवनशैली दिखाने का दबाव होता है। यह बदलाव पारंपरिक बचत के तरीकों को भी चुनौती दे रहा है।
क्रेडिट कल्चर में विस्तार: फायदे और खतरे
फायदे:
- आर्थिक विकास में सकारात्मक भूमिका
- आकांक्षाओं को तेजी से पूरा करने में मदद
- उपभोग की बढ़ोतरी जिससे बाजार को बढ़ावा
खतरे:
- अनियंत्रित क्रेडिट से वित्तीय समस्याएं
- अचानक आर्थिक संकट में दिवालियापन का खतरा
- वित्तीय दबाव और मानसिक तनाव बढ़ना
लग्जरी से अनुभव की ओर बदलाव
पहले लग्जरी धरोहर होती थी, लेकिन आज यह अनुभव और पहचान का माध्यम बन गई है। सोशल मीडिया के कारण लोगों की प्राथमिकता शुद्ध वस्तु से ज्यादा साझा किए जाने वाले अनुभवों की ओर बढ़ी है।
वित्तीय और मानसिक प्रभाव
- छोटी किश्तों की भावना बड़ी रकम को कम महसूस कराती है लेकिन कुल खर्च अधिक होता है।
- अधूरे बजट और क्रेडिट लिमिट के कारण आर्थिक दबाव का सामना करना पड़ता है।
- जरूरी नहीं कि हमेशा वित्तीय स्थिति स्थिर ही रहे, गलत फैसले भविष्य में तकलीफ दे सकते हैं।
- मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है, जैसे तनाव, अपराधबोध।
समाधान और सुझाव
- खरीदारी से पहले एक हफ्ते का इंतजार करें, ताकि आवेग नियंत्रण में रहे।
- कुल EMI राशि आपकी मासिक आय का 30% से अधिक न हो।
- बचत और निवेश को प्राथमिकता दें।
- अपनी वित्तीय स्थिति के अनुरूप ही खरीदारी करें।
Gen Z और मिलेनियल्स की खरीदारी की आदतों में बड़ी बदलाव आया है। EMI योजना ने महंगी जानकारियों को आसान बना दिया है लेकिन इसका सही प्रबंधन और सजग वित्तीय व्यवहार आवश्यक है। तभी यह आदत आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा दे सकती है, अन्यथा जोखिम भी बढ़ा सकती है।
Leave a comment