COP 32 Climate Summit 2025: भारत ने COP 32 जलवायु सम्मेलन के लिए हरित ऊर्जा, प्रदूषण नियंत्रण और सतत विकास की ठोस रणनीतियाँ तैयार की हैं। जानिए भारत की प्रमुख जलवायु तैयारियों का विवरण।
COP 32 के लिए भारत की तैयारी- प्रदूषण नियंत्रण और ग्रीन इनीशिएटिव
2025 में होने वाले COP 32 वैश्विक जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के मद्देनजर भारत ने अपनी राष्ट्रीय जलवायु रणनीतियों को अंतिम रूप दे दिया है। यह सम्मेलन विश्व के कई देशों के बीच जलवायु संरक्षण, हरित ऊर्जा अपनाने और प्रदूषण नियंत्रण के वैश्विक उपायों पर विचार-विमर्श करता है।
भारत ने प्रमुख रूप से हरित ऊर्जा के विकास, ऊर्जा दक्षता सुधार, और प्रदूषण नियंत्रण पर विशेष फोकस किया है। नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सोलर, विंड और जल उर्जा परियोजनाएँ तेजी से बढ़ाई जा रही हैं। इसके अलावा, भारत ने उत्सर्जन में कमी के लिए लक्ष्य निर्धारित किए हैं जो Paris Agreement के मानदंडों के अनुरूप हैं।
देश में स्वच्छ परिवहन विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक वाहन (EV) और हाइड्रोजन ईंधन टेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ाया जा रहा है। इसके साथ ही, कृषि एवं उद्योग क्षेत्रों में कार्बन फुटप्रिंट कम करने के उपायों पर काम चल रहा है।
प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में मुंबई, दिल्ली जैसे महानगरों में वायु गुणवत्ता सुधार हेतु कड़े नियम लागू किए गए हैं। साथ ही, सरकारी स्तर पर जल संरक्षण और वन क्षेत्र बढ़ाने के कार्यक्रम भी तेज किए गए हैं।
COP 32 में भारत वैश्विक जलवायु नेतृत्व की भूमिका पर जोर देगा और अन्य देशों को भी सतत विकास की ओर आगे बढ़ने का प्रोत्साहन देगा। अंतरराष्ट्रीय साझेदारी बढ़ाने, तकनीकी हस्तांतरण को सरल बनाने और वित्तीय सहयोग को सुनिश्चित करने पर भी भारत बात रखना चाहता है।
FAQs
- COP 32 सम्मेलन कब और कहाँ होगा?
उत्तर: यह सम्मेलन 2025 में आयोजित होगा, स्थान की घोषणा जल्द की जाएगी। - भारत की मुख्य जलवायु रणनीतियाँ क्या हैं?
उत्तर: हरित ऊर्जा बढ़ाना, प्रदूषण नियंत्रण, इलेक्ट्रिक वाहन, और उत्सर्जन कमी। - भारत COP 32 में किस प्रकार की पहल करेगा?
उत्तर: सतत विकास, वैश्विक सहयोग, नवीन ऊर्जा समाधानों पर जोर। - क्या COP 32 में भारत के लक्ष्य Paris Agreement से अलग हैं?
उत्तर: नहीं, भारत ने Paris Agreement के अनुरूप लक्ष्य निर्धारित किए हैं। - जलवायु परिवर्तन से मुकाबले के लिए भारत के प्रमुख क्षेत्र कौन से हैं?
उत्तर: नवीकरणीय ऊर्जा, स्वच्छ परिवहन, प्रदूषण नियंत्रण और जल संरक्षण। - क्या कॉर्पोरेट्स को भी COP 32 की तैयारी में शामिल किया गया है?
उत्तर: हाँ, विभिन्न उद्योग और कॉर्पोरेट्स भी उत्सर्जन कम करने के लिए सक्रिय हैं।
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