धनबाद । आजसू छात्र के जिलाध्यक्ष विकाश कुमार के नेतृत्व में पीड़ित छात्रों के साथ (बीबीएमकेयू) परीक्षा नियंत्रक धनंजय सिंह से स्नातक सेमेस्टर-2 एवं स्नातक सेमेस्टर-3 के परीक्षा शुल्क भरने की समस्या तथा रिजल्ट साइट पर नहीं खुलने की समस्या से अवगत करवाने गए थे। परंतु परीक्षा नियंत्रक द्वारा दुर्व्यवहार कर छात्रों को चैंबर से बाहर जाने की धमकी दी और कहने लगे आप किससे अनुमति लेके मेरे चैंबर के अंदर आए। यह कथनी सुनते ही आजसू छात्र नेताओं ने परीक्षा नियंत्रक धनंजय कुमार सिंह के खिलाफ जमकर हंगामा किया। छात्र नेताओं ने वीसी डॉ. राम कुमार सिंह के समक्ष “परीक्षा नियंत्रक होश में आओ”, “मनमानी नहीं चलेगी” और “इस्तीफा दो” जैसे नारे लगाए।
जिलाध्यक्ष विकाश कुमार का आरोप है कि परीक्षा नियंत्रक छात्रों के काम में मनमानी करते हैं। दूर-दराज़ से आने वाले छात्र-छात्राओं को भी आवश्यक कार्यों के लिए भटकना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हम दलित समाज से आते हैं और इसी कारण परीक्षा नियंत्रक हमारे साथ दुर्व्यवहार करते हैं।
वहीं, मामले की जानकारी मिलने पर कुलपति राम कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाने की कोशिश की, लेकिन उनकी बात का कोई असर नहीं हुआ।
स्थिति तब और बिगड़ गई जब परीक्षा नियंत्रक खुद मौके पर पहुंचे और छात्रों से वार्ता करने की बजाय उनका वीडियो बनाने लगे। इससे गुस्साए छात्र और भड़क गए।
इस संबंध में कुलपति से पक्ष लेने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने किसी भी टिप्पणी से इंकार कर दिया।
आजसू जिला महासचिव नीतेश महतो ने कहा कि परीक्षा नियंत्रक के आगे विश्वविधालय के सभी अधिकारी क्यों नतमस्तक है, क्यों इस तरह के निंदय घटना के बाद भी विश्वविधालय प्रशासन क परीक्षा नियंत्रक को संरक्षण प्रदान कर रही है।
इसके पश्चात परीक्षा नियंत्रक वार्ता कर छात्रों की सभी समस्याओं का समाधान कर आजसू छात्र संघ से इस दुर्व्यवहार के लिए छमा मांगी और भविष्य में इस तरह की पुनः घटना नहीं होगा इसके लिए अस्वस्थ किया।
मौके पर छात्र नेता विक्की कुमार, सुदामा महतो, राज हाजरा, भोला पासवान, रौनक कुमार, विजय महतो, कबीर यादव, आदित्य ओझा, राजवर्धन सिंह, मलय रवानी, बंटी हरि, सुमित सरदार, विवेक गोप सहित सैकड़ों छात्र उपस्थित रहें।
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