African Swine Fever: केरल के ट्रिशूर जिले में ASF की पुष्टि, प्रभावित क्षेत्र में Porkबिक्री और परिवहन पर प्रतिबंध लगाया गया है।
African Swine Fever के चलते केरल के त्रिशूर में पोरक बिक्री और परिवहन पर प्रतिबंध
केरल के त्रिशूर जिले में अफ्रीकी सुअर बुखार का प्रकोप, नियंत्रण के लिए तुरंत शुरू हुई कार्रवाई
केरल राज्य के त्रिशूर जिले में अफ्रीकी सुअर बुखार (African Swine Fever – ASF) का प्रकोप पाया गया है। यह गंभीर पशु रोग है जो विशेष रूप से सुअरों को प्रभावित करता है और इसकी पहचान बृहत स्तर पर तुरंत नियंत्रण के लिए आवश्यक है।
बिमारी की पुष्टि और प्रभावित क्षेत्र
सरकारी जांच रिपोर्ट के अनुसार, ASF संक्रमण Mulankunnathukavu पंचायत के छठे वार्ड के एक सूअर पालन फार्म में पाया गया। यह परीक्षण भोपाल के सरकारी लैब में किया गया था, जहां बीमारी की पुष्टी हुई।
- सूअर पालन विभाग की नेतृत्व में एक त्वरित प्रतिक्रिया टीम को तैनात किया गया है ताकि फैलाव रोका जा सके।
- प्रभावित फार्म के एक-किलोमीटर के दायरे को ‘संक्रमित जोन’ घोषित किया गया है।
- इस जोन से 10 किलोमीटर तक के क्षेत्र को ‘सर्विलांस जोन’ बनाकर निगरानी रखी जा रही है।
प्रभावी कदम
- जिला कलेक्टर अर्जुन पंडियन ने प्रभावित क्षेत्रों से पोरक के विक्रय और परिवहन पर रोक लगा दी है।
- पोरक से संबंधित दुकानें तत्काल प्रभाव से अपनी गतिविधियाँ रोकने के आदेश दिए गए हैं।
- पूरे प्रकोप नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं के अनुरूप राज्य सरकार ने कार्रवाई तेज़ कर दी है।
सुरक्षा और स्वास्थ्य
- मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आईज़ैक साम ने स्पष्ट किया है कि African Swine Fever केवल सुअरों को प्रभावित करता है और यह अन्य जानवरों या मनुष्यों में फैलता नहीं है।
- पशुपालन विभाग द्वारा नियमित तौर पर फार्मों का निरीक्षण और स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं।
AFS के इस प्रकोप से निपटने के लिए केरल सरकार ने त्वरित और प्रभावी कदम उठाए हैं ताकि पशुपालन और मांस उद्योग को अधिक नुकसान न हो। जनता से अपील की गई है कि वे पोरक के खरीद और सेवन में सावधानी बरतें तथा अनधिकृत मार्गों से मांस खरीदने से बचें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- African Swine Fever क्या है?
- यह एक संक्रामक बीमारी है जो सुअरों को प्रभावित करती है।
- यह बीमारी मनुष्यों को प्रभावित करती है?
- नहीं, केवल सुअरों को प्रभावित करती है।
- त्रिशूर में ASF का प्रकोप कहाँ पाया गया?
- Mulankunnathukavu पंचायत के छठे वार्ड में।
- क्या पोरक के विक्रय पर रोक है?
- हाँ, संक्रमित क्षेत्र में पोरक विक्रय और परिवहन पर प्रतिबंध है।
- सरकार ने किन उपायों को लागू किया है?
- संक्रमण क्षेत्र की पहचान, त्वरित प्रतिक्रिया टीम, सर्विलांस जोन, दुकानें बंद करना।
- लोगों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
- अनधिकृत पोरक का सेवन न करें और सरकारी निर्देशों का पालन करें।
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