लेह में राज्य स्थापना और छठा शेड्यूल की मांग को लेकर हुई हिंसा के बाद कर्फ्यू लगाकर इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
लेह हिंसा: राज्य स्थापना की मांग पर झड़पें, कर्फ्यू और इंटरनेट बंद
लद्दाख के लेह जिले में राज्य का दर्जा और छठे शेड्यूल के विस्तार को लेकर हुई हिंसा में कम से कम चार लोग मारे गए और लगभग 70 घायल हो गए। इस हिंसा के बाद प्रशासन ने पूरे जिले में कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
हिंसा और प्रदर्शन की पृष्ठभूमि
- लेह एपेक्स बॉडी (LAB) के बंद के दौरान हुए प्रदर्शन में सरकारी और राजनीतिक कार्यालयों को निशाना बनाया गया।
- प्रदर्शनकारियों ने वाहन जलाए और भाजपा कार्यालय को आग लगाने की कोशिश की।
- सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोली चलाई, जिसमें कई घायल हुए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
- उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता ने कर्फ्यू लगाए जाने की पुष्टि की और इसे एक जरूरी सुरक्षा कदम बताया।
- उन्होंने हिंसा को बड़े षड़यंत्र के तहत करार दिया और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
- मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं और पांच या अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध जारी है।
- पुलिस, CRPF और ITBP की भारी तैनाती की गई है, ITBP ने फ्लैग मार्च भी किया।
राजनीतिक संदर्भ
- लद्दाख के अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद से राज्य के दर्जे और छठे शेड्यूल की मांगें जोर पकड़ रही हैं।
- कई स्थानीय नेताओं ने केंद्र सरकार पर उनकी मांगों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।
- इस सिलसिले में गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2025 में स्थानीय नेताओं के साथ चर्चा की थी, लेकिन कोई समझौता नहीं हुआ।
फिलहाल स्थिति
- कर्फ्यू के दौरान घायलों का उपचार जारी है, चुनाव आयोग और प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में रखने का प्रयास कर रहे हैं।
- कई राजनीतिक कार्यकर्ता और स्थानीय नेता भी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें कांग्रेस के कुछ पार्षद भी शामिल हैं।
लेह में राज्य दर्जे और छठे शेड्यूल को लेकर असंतोष हिंसा में बदल गया है, जिससे प्रशासन ने सख्त कर्फ्यू और व्यापक सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। यह घटना क्षेत्रीय राजनीतिक संवेदनशीलता और विकास की चुनौतियों को उजागर करती है।
FAQs
- लेह में कर्फ्यू क्यों लगाया गया?
- राज्य दर्जे और छठे शेड्यूल की मांग पर हिंसा के कारण।
- हिंसा में कितनी मौतें हुईं?
- कम से कम चार लोग मारे गए।
- किन-किन जगहों पर सुरक्षा बढ़ाई गई?
- पूरे लेह जिले में पुलिस, CRPF, ITBP की तैनाती।
- प्रदर्शनकारियों ने क्या नष्ट किया?
- वाहनों को आग लगाई, भाजपा कार्यालय पर हमला किया।
- स्थानीय नेता कौन हैं जो गिरफ्तार हुए?
- कांग्रेस के दो पार्षद सहित कई लोग।
- सरकार ने स्थिति कैसे संभाली?
- कर्फ्यू लगाया, इंटरनेट बंद किया, पुलिस कार्रवाई की।
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