Pahalgam Terror Attack में शामिल Lashkar-e-Taiba के सदस्य मोहम्मद यूसुफ कटारिया को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम से गिरफ्तार किया गया है।
ऑपरेशन महादेव के बाद दक्षिण कश्मीर में LeT सपोर्ट नेटवर्क का भंडाफोड़- Pahalgam Terror Attack
26 अप्रैल 2025 को Pahalgam में हुए सूक्ष्म और क्रूर आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव नामक अभियान चलाया, जिसके तहत दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले से Lashkar-e-Taiba (LeT) के एक सक्रिय सदस्य मोहम्मद यूसुफ कटारिया को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तारी का विवरण
- गिरफ्तार आरोपी मो. यूसुफ कटारिया 26 वर्ष हैं और एक मौसमी शिक्षक के रूप में कार्यरत था।
- पुलिस ने बताया कि यूसुफ LeT के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा था और आतंकवादियों को उपकरण और अन्य संसाधन प्रदान करता था।
- ऑपरेशन महादेव के दौरान मिले हथियारों व सामग्री के विश्लेषण से यूसुफ की भूमिका स्पष्ट हुई।
- गिरफ्तार आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
पहल और प्रभाव
- गिरफ्तारी दक्षिण कश्मीर में LeT/ TRF के समर्थन नेटवर्क के ध्वस्त होने की महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।
- ऑपरेशन महादेव ने पाकिस्तान स्थित आतंक संरचना को लक्षित किया था।
- इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिन्हें आतंकवादियों ने पहले उनकी धार्मिक पहचान की पुष्टि की।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई
- भारत ने हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसमें आतंकियों के ठिकानों पर कार्रवाई की गई।
- जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
पाहलगाम हमले में शामिल Lashkar-e-Taiba के मुख्य सहयोगी की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है और यह आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संदेश देती है। इससे कश्मीर में शांति स्थापना में मदद मिलेगी।
(FAQs)
- मोहम्मद यूसुफ कटारिया कौन हैं?
- एक LeT सक्रिय सदस्य और मौसमी शिक्षक।
- वे किसलिए गिरफ्तार हुए?
- Pahalgam आतंकवादी हमले में आतंकवादियों को सहायता देने के आरोप में।
- ऑपरेशन महादेव क्या था?
- पाकिस्तानी आतंक संरचना के खिलाफ भारत का अभियान।
- Pahalgam हमले में कितने लोग मारे गए?
- 26 लोग।
- गिरफ्तारी का क्या महत्व है?
- आतंकवाद के समर्थन नेटवर्क का प्रभावी खात्मा।
- क्या यूसुफ को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है?
- हाँ।
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