Delhi Ashram Case में यौन उत्पीड़न के आरोपी बाबा चैतन्यानंद ने 40 दिनों में 13 होटल बदले और मथुरा-वृंदावन के आश्रमों में शरण लेकर गिरफ्तारी टालने की कोशिश की।
चैतन्यानंद का फरारी का कारनामा: मथुरा-वृंदावन के आश्रमों में बिताए दिन-Delhi Ashram Case
दिल्ली के एक निजी संस्थान में 17 छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोप में फंसे स्वघोषित धर्मगुरु बाबा चैतन्यानंद सरस्वती ने अगस्त के दूसरे सप्ताह में भारत वापस आने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए जेसे रणनीति अपनाई है, वह सामने आई है। जांच के दौरान पता चला कि लगभग 40 दिनों में बाबा ने 13 अलग-अलग होटल बदले, और अपने आप को पकड़ से बचाने के लिए मथुरा तथा वृंदावन के कई साधुओं के आश्रमों में शरण ली।
गिरफ्तारी से बचने की रणनीति
- त्वरित स्थान परिवर्तन से पुलिस को ट्रैक करना मुश्किल हो गया।
- आश्रमों और धार्मिक स्थलों में छुपकर साधुओं के साथ रहने से शंका कम करता रहा।
- होटल बदलते समय सुरक्षात्मक व्यवहार अपनाया और कम टिकाव दिखाया।
आरोप और मामले की जानकारी
- दिल्ली के प्राइवेट इंस्टिट्यूट में 17 लड़कियों द्वारा दर्ज यौन उत्पीड़न की शिकायत।
- आरोप मिलने के बाद बाबा चैतन्यानंद ने बाहर के कई स्थानों पर रहना शुरू किया।
- पुलिस और अधिकारियों द्वारा बाबा की लोकेशन और गतिविधियों की कठोर निगरानी।
पुलिस कार्रवाई
- होटल बदलने के क्रम और आश्रमों में पलायन की जानकारी जुटाई जा रही है।
- गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित कर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।
- स्थानीय प्रशासन की सहायता से आस-पास के क्षेत्रों में छापे मारे जा रहे हैं।
सामाजिक प्रतिक्रिया
- मामले ने व्यापक स्तर पर धार्मिक गुरुओं और समाज में चिंता पैदा की है।
- महिलाएं और युवतियां सुरक्षित माहौल की मांग कर रही हैं।
###FAQs
- बाबा चैतन्यानंद के खिलाफ क्या आरोप हैं?
- दिल्ली में यौन उत्पीड़न के 17 छात्रों ने शिकायत दर्ज कराई।
- वह कैसे फरार रहे?
- 40 दिनों में 13 होटल बदले और मथुरा-वृंदावन के आश्रमों में छुपे।
- पुलिस की क्या रणनीति है?
- लगातार निगरानी, टीम गठित और छापे।
- इसके आगे क्या कदम उठाए जाएंगे?
- गिरफ्तारी एवं न्याय प्रक्रिया पूरी करेंगे।
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