हल्दी, अदरक, नींबू एवं मसालों से तैयार 10 Anti-Inflammatory Indian Recipes जो सूजन कम करें।
10 Delicious Indian Anti-Inflammatory Recipes
शारीरिक सूजन (इन्फ्लेमेशन) अनेक बीमारियों की जड़ है – अर्थराइटिस, हृदय रोग, डायबिटीज़ आदि। आयुर्वेद और आधुनिक शोध दोनों ने सिद्ध किया है कि कुछ मसाले और प्राकृतिक सामग्री सूजन कम करने में मददगार हैं। यहाँ देखें 10 एंटी-इन्फ्लेमेटरी भारतीय व्यंजन, जिनमें हल्दी, अदरक, लहसुन, नीबू, और ताजे हर्ब्स का उपयोग होता है।

1. हल्दी-लहसुन वाला ग्रीन टी लट्टे (गोल्डन मिल्क टी)
सामग्री:
- दूध या दूध विकल्प: 250ml
- हल्दी पाउडर: 1/2 टी स्पून
- ताजा अदरक (कद्दूकस): 1 टी स्पून
- लहसुन (कद्दूकस): 1/4 टी स्पून
- काली मिर्च: चुटकी भर
- गुड़ या शहद: स्वादानुसार
विधि:
- दूध गरम करें और हल्दी, अदरक, लहसुन डालें।
- धीमी आंच पर 5 मिनट उबालें।
- गुड़ मिलाकर 1 मिनट पकाएं।
- छानकर काली मिर्च डालें और सर्व करें।
लाभ: हल्दी में कुर्मिन सूजन घटाता है तथा लहसुन से एंटीऑक्सिडेंट मिलता है।
2. अदरक-नींबू शरबत
सामग्री:
- ताजा अदरक का रस: 2 टेबल स्पून
- नींबू का रस: 1 टेबल स्पून
- शहद: 1 टी स्पून
- पानी: 200ml
विधि:
- गिलास में अदरक और नींबू का रस मिलाएं।
- शहद और पानी डालकर घोल बनाएं।
- ठंडा या गर्म, दोनों में सेवन करें।
लाभ: अदरक जिंक और विटामिन C से इम्यून सिस्टम मजबूत करता है और सूजन कम करता है।
3. पालक-हल्दी सूप
सामग्री:
- पालक: 2 कप (धोकर कटे हुए)
- प्याज: 1 (कटा हुआ)
- लहसुन: 2 लौंग
- हल्दी: 1/2 टी स्पून
- काली मिर्च: चुटकी भर
- जैतून का तेल: 1 टेबल स्पून
- पानी/वेजिटेबल स्टॉक: 2 कप
विधि:
- तेल गर्म करके प्याज, लहसुन भूनें।
- पालक और हल्दी डालकर 2 मिनट पकाएं।
- पानी डालकर उबालें, फिर ब्लेंड करें।
- काली मिर्च छिड़ककर सर्व करें।
लाभ: पालक में विटामिन K व एंटीऑक्सिडेंट्स सूजन नियंत्रित करते हैं।
4. हल्दी और दाल तड़का
सामग्री:
- मूंग दाल: 1 कप (धोई हुई)
- हल्दी: 1/2 टी स्पून
- जीरा: 1 टी स्पून
- लहसुन: 3 लौंग (कटा हुआ)
- प्याज: 1 (बारीक कटा)
- जैतून का तेल: 1 टेबल स्पून
- नमक: स्वादानुसार
- हरा धनिया: गार्निश
विधि:
- दाल प्रेशर कुकर में हल्दी और पानी के साथ 3 सीटी तक पकाएं।
- तेल गर्म करके जीरा, लहसुन, प्याज भूनें।
- पकी दाल मिलाकर 5 मिनट पकाएं।
- धनिया डालकर सर्व करें।
लाभ: हल्दी व दाल दोनों में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं।
5. ककड़ी-मिंट रायता
सामग्री:
- ककड़ी: 1 कप (कटी हुई)
- दही: 1 कप
- पुदीना: 1 टेबल स्पून (कटा हुआ)
- चुटकी भर काली मिर्च
- नमक: स्वादानुसार
विधि:
- दही फेंटकर में ककड़ी, पुदीना मिलाएं।
- काली मिर्च, नमक डालें।
- ठंडा परोसें।
लाभ: पुदीना सूजन कम करने वाले मेंथॉल युक्त है और ककड़ी हाई हाइड्रेशन देती है।
6. हर्बल मसाला चाय
सामग्री:
- पानी: 250ml
- अदरक: 1 टी स्पून (कद्दूकस)
- दालचीनी: 1 इंच का टुकड़ा
- लौंग: 2
- काली मिर्च: 4-5 दाने
- शहद या गुड़: स्वादानुसार
विधि:
- पानी में सभी मसाले उबालें।
- 5 मिनट धीमी आंच पर पकाएं।
- छानकर शहद मिलाएं।
लाभ: दालचीनी और लौंग में एंटी-इन्फ्लेमेटरी पॉलीफेनॉल्स होते हैं।
7. हल्दी-तरबूज स्मूदी
सामग्री:
- तरबूज के टुकड़े: 1 कप
- हल्दी: 1/2 टी स्पून
- चिया सीड्स: 1 टी स्पून
- नींबू का रस: 1 टी स्पून
विधि:
- सभी सामग्री ब्लेंडर में डालकर स्मूदी बनाएं।
- ठंडा सर्व करें।
लाभ: तरबूज में लाइकोपीन सूजन नियंत्रित करता है, हल्दी बूस्टिंग।
8. अदरक-लकड़ी का हलवा (नारियल दूध में)
सामग्री:
- अदरक: 200 ग्राम (कद्दूकस)
- नारियल दूध: 1 कप
- गुड़: 3 टेबल स्पून
- इलायची: 2 पिसी हुई
- घी: 1 टी स्पून
विधि:
- घी में अदरक भूनें।
- नारियल दूध डालकर गाढ़ा होने तक पकाएं।
- गुड़ और इलायची मिलाकर 2 मिनट पकाएं।
लाभ: अदरक गर्मी उत्तेजित कर रक्त संचार बढ़ाता है व सूजन कम करता है।
9. मसूर दाल और टमाटर सैलेड
सामग्री:
- मसूर दाल: 1/2 कप (उबली)
- टमाटर: 1 कप (कटे हुए)
- पुदीना: 2 टेबल स्पून
- नींबू रस: 1 टेबल स्पून
- जैतून का तेल: 1 टी स्पून
- नमक-काली मिर्च
विधि:
- सभी सामग्री मिलाकर सैलेड बनाएं।
- ठंडा सर्व करें।
लाभ: टमाटर में लाइकोपीन और दाल में फाइबर सूजन घटाते हैं।
10. हल्दी-भरवां बैंगन
सामग्री:
- छोटे बैंगन: 6-8
- पिस्ता-बादाम पेस्ट: 2 टेबल स्पून
- हल्दी: 1/2 टी स्पून
- लाल मिर्च: 1/2 टी स्पून
- नमक, जीरा, तेल
विधि:
- बैंगन चीरा लगाकर तलें।
- पेस्ट मिलाकर भराव बनाएं।
- बैंगन में भरकर धीमी आंच पर पकाएं।
लाभ: बैंगन में एंथोसायनिन्स सूजन कम करते हैं, हल्दी बूस्ट करती है।
FAQs
- एंटी-इन्फ्लेमेटरी भोजन क्यों जरूरी है?
सूजन अनेक क्रॉनिक बीमारियों की जड़ है; मसालों में मौजूद एक्टिव कम्पाउंड्स सूजन घटाते हैं। - क्या हल्दी बहुतायत में नुकसान पहुंचा सकती है?
1-2 ग्राम रोज़ाना सुरक्षित है; ज़्यादा लेने से पाचन गड़बड़ी हो सकती है। - एंटी-इन्फ्लेमेटरी आहार कब लें?
भोजन में मसाले हर दिन शामिल करें; नाश्ते में हल्दी-लहसुन लट्टे या अदरक शरबत। - क्या बच्चे भी ले सकते हैं?
हल्दी-नींबू शरबत और रायता छोटे बच्चों को भी संतुलित मात्रा में दे सकते हैं। - क्या ये रेसिपीज़ डायबिटिक के लिए सुरक्षित हैं?
हेल्दी स्वीटनर्स (गुड़, शहद) नियंत्रित मात्रा में प्रयोग करें; मुख्य रूप से मसाले लाभदायक। - कितने दिन तक सेवन करना चाहिए?
कम से कम 4-6 सप्ताह तक नियमितता से इन व्यंजनों का सेवन आवश्यक है।
Leave a comment