प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड Trump के Gaza Peace Plan का स्वागत करते हुए इसे दीर्घकालिक और स्थायी शांति का एक संभव मार्ग बताया।
Trump के Gaza Peace Plan को पीएम मोदी ने बताया दीर्घकालिक समाधान का रास्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा क्षेत्र के लिए प्रस्तुत शांति प्रस्ताव का खुले दिल से स्वागत किया है। उन्होंने इसे दीर्घकालिक और स्थायी शांति की दिशा में एक व्यावहारिक कदम बताया है, जो इस लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को समाप्त कर सकता है।
पीएम मोदी की प्रतिक्रया
- मोदी ने इस योजना को “Viable pathway to long-term and sustainable peace” (दीर्घकालिक और स्थायी शांति का संभव मार्ग) करार दिया।
- उन्होंने जोर दिया कि भारत इस क्षेत्र में सभी पक्षों के बीच शांति को बढ़ावा देने के लिए मामलों के विकास पर निगरानी रखेगा।
- मोदी ने यह भी कहा कि भारत स्थिर मध्य पूर्व के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाएगा।
यूएस के ट्रंप प्रशासन की पहल
- ट्रंप की गाजा शांति योजना मध्य पूर्व संघर्ष का समाधान ढूंढने की दिशा में एक अहम कदम है।
- अमेरिकी प्रशासन ने इसे क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक मजबूत कूटनीतिक रणनीति बताया है।
- योजना में दोनों पक्षों के हितों का समायोजन कर विवादास्पद मुद्दों का समाधान त्वरित ढंग से तलाशने पर बल है।
भारत की मध्यम भूमिका और समर्थन
- भारत ने इस प्रस्ताव को सकारात्मक और रचनात्मक पहल माना है जो क्षेत्रीय विवादों को शांति से हल करने की दिशा में बढ़ाएगा।
- भारत का मत है कि बिना किसी पूर्व शर्त के शांति वार्ताएं होनी चाहिए, जिससे सभी पक्षों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
- नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने मध्य पूर्व के शांति प्रयासों में खुद को सहायक और संवेदनशील स्वरूप में पेश किया है।
प्रधानमंत्री मोदी का ट्रंप के गाजा शांति प्रस्ताव का स्वागत, भारत की कूटनीतिक समझदारी और अमलीय समर्थन को दर्शाता है जो इस संवेदनशील क्षेत्र में स्थायी शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश है।
FAQs
- गाजा शांति योजना का मुख्य मकसद क्या है?
– दीर्घकालिक और स्थायी शांति स्थापित करना। - भारत इस योजना का क्या समर्थन करता है?
– बिना किसी पूर्व शर्त के सभी पक्षों की भागीदारी के साथ शांति प्रयास। - ट्रंप प्रशासन इस प्रस्ताव को किस रूप में देखता है?
– क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक प्रभावी कूटनीतिक उपाय। - भारत मध्य पूर्व में किस भूमिका में है?
– एक सहायक और संतुलित मध्यस्थ के रूप में। - क्या भारत ने योजना का पूरा समर्थन किया है?
– हाँ, प्रधानमंत्री मोदी ने इसे व्यावहारिक और सकारात्मक माना। - अगले कदम क्या हो सकते हैं?
– सभी पक्षों के साथ संवाद और वार्ता को तेज़ करना।
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