Ola Electric की सहायक कंपनी ने Ola Electric Technologies में 878 करोड़ रुपये निवेश की मंजूरी दी है, जिससे EV बैटरी और उत्पादन विस्तार होगा।
Ola Electric की रणनीति में तेजी, 878 करोड़ रुपये का फंड देकर बैटरी विस्तार
बैंगलुरु स्थित इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता Ola Electric की सहायक कंपनी, ओला सेल टेक्नोलॉजीज, ने अपनी दूसरी सहायक कंपनी, ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज में 877.64 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी है। यह निवेश मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरी उत्पादन की क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।
निवेश का विवरण
ओला सेल टेक्नोलॉजीज ने 87.76 करोड़ नॉन-क्यूम्युलेटिव, नॉन-पार्टिसिपेटिंग 0.001% सीरीज A ऑप्शनली कन्वर्टिबल रिडीमेबल प्रेफरेंस शेयर्स में यह निवेश किया है। यह निवेश अगले साल में एक या अधिक किश्तों में दिया जाएगा। यह एक संबंधित पार्टी का लेन-देन है लेकिन बाजार दरों पर किया गया है।
Ola Electric टेक्नोलॉजीज के बारे में
2021 में स्थापित यह कंपनी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स, बैटरी पैक, मोटर्स और अन्य प्रमुख EV हिस्सों के विकास और निर्माण में लगी हुई है। FY25 में इस कंपनी की टर्नओवर 4,510 करोड़ रुपये रही, जो FY24 के 5,000 करोड़ रुपये की तुलना में थोड़ा कम है।
बैटरी एक्सपेंशन की योजनाएं
Ola Electric तमिलनाडु में अपने गिगाफैक्ट्री प्रोजेक्ट पर ध्यान केंद्रित कर रही है जिसका मकसद बैटरी सेल उत्पादन को घरेलू बनाना और आयात पर निर्भरता कम करना है। यह निवेश इसी योजना को आगे बढ़ाने का हिस्सा है।
Ola Electric का यह कदम भारतीय EV उद्योग में आत्मनिर्भरता और उत्पादन विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।
FAQs
- ओला सेल टेक्नोलॉजीज ने किस लिए 878 करोड़ रुपये का निवेश किया है?
- Ola Electric टेक्नोलॉजीज की मुख्य गतिविधियां क्या हैं?
- गिगाफैक्ट्री प्रोजेक्ट का उद्देश्य क्या है?
- यह निवेश संबंधित पार्टी ट्रांजैक्शन क्यों माना जाता है?
- Ola Electric की वित्तीय स्थिति कैसी रही है?
- इस निवेश से भारतीय EV मार्केट को क्या लाभ होगा?
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