प्रधानमंत्री मोदी ने Gandhi Jayanti और Lal Bahadur Shastri Jayanti पर श्रद्धांजलि दी और स्वदेशी को आत्मनिर्भर भारत की नींव बताया।
गांधी-शास्त्री को पीएम मोदी ने याद किया, आत्मनिर्भर भारत का आह्वान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर दोनों महान व्यक्तित्वों को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने अपने संदेश में गांधीजी के सत्य और अहिंसा के आदर्शों को मानव इतिहास के पथ-प्रदर्शक बताया। उन्होंने कहा कि सेवा और संवेदनशीलता राष्ट्र निर्माण का मार्ग हैं।
पीएम मोदी का संदेश और स्वदेशी का महत्व
प्रधानमंत्री ने बताया कि गांधी जी के सिद्धांत सेवा, साहस और सरलता से परिवर्तन की प्रेरणा देते हैं। मोदी जी ने कहा कि स्वदेशी अपनाना ही गांधी और शास्त्री को सच्ची श्रद्धांजलि है तथा आत्मनिर्भर भारत की नींव भी है। यह विचार देशवासियों को स्थानीय उत्पाद खरीदने के लिए प्रेरित करता है।
लाल बहादुर शास्त्री की विशिष्टता
पीएम मोदी ने शास्त्री जी की ईमानदारी, विनम्रता और नेतृत्व क्षमता की प्रशंसा करते हुए उनकी ‘जय जवान जय किसान’ की गूंज को राष्ट्रवादी भावना का आधार बताया। शास्त्री जी का नेतृत्व और उनके द्वारा दिए गए संदेश आज भी राष्ट्र निर्माण में प्रेरणादायक हैं।
महात्मा गांधी और शास्त्री का संक्षिप्त जीवन परिचय
गांधी जी का जन्म 1869 में गुजरात में हुआ और उनके नेतृत्व में भारत का स्वतंत्रता संग्राम चला। सत्य और अहिंसा से उन्होंने पूरी दुनिया में पहचान बनाई। शास्त्री जी का जन्म 1904 में उत्तर प्रदेश में हुआ, उन्होंने प्रधानमंत्री रहते भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय अद्वितीय नेतृत्व दिखाया।
पीएम मोदी का संदेश राष्ट्रीय एकता, सेवा और स्वदेशी परंपरा की ओर देश को आगे बढ़ाने का आह्वान है। इन महान नेताओं की जयंती राष्ट्र को उनके मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।
FAQs
- पीएम मोदी ने गांधी और शास्त्री जयंती पर क्या संदेश दिया?
- स्वदेशी को आत्मनिर्भर भारत की नींव क्यों कहा गया?
- ‘जय जवान जय किसान’ का क्या अर्थ है और क्यों महत्वपूर्ण है?
- गांधी जी का स्वतंत्रता संग्राम में क्या योगदान रहा?
- शास्त्री जी के प्रधानमंत्री कार्यकाल में कौन सी उल्लेखनीय उपलब्धियाँ रहीं?
- गांधी-शास्त्री के विचार आज के भारत को कैसे प्रेरित करते हैं?
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