दिल्ली सरकार ने 2025 की Chhath Puja के लिए यमुना नदी के किनारे 1000 से अधिक छठ घाट बनाने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सुनिश्चित किया स्वच्छता तथा आयोजन की तैयारियां, ताकि यह पर्व भव्य और स्वच्छ वातावरण में मनाया जा सके।
यमुना के किनारे दिल्ली में बड़े पैमाने पर छठ घाटों का निर्माण -Chhath Puja 2025
दिल्ली में छठ पूजा की तैयारियाँ: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना नदी का निरीक्षण किया
दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी इस वर्ष छठ पूजा को भव्य रूप से मनाने की तैयारियों में जुटी है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना नदी के लख्मी नगर समेत पट्टी से लेकर आखिरी ओखला तक के घाटों का निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। दिल्ली सरकार ने 1000 से अधिक छठ घाटों के निर्माण का लक्ष्य रखा है ताकि दिल्लीवासियों को परंपरागत और स्वच्छ वातावरण में छठ पर्व मनाने का अवसर मिल सके।
यमुना घाटों पर व्यापक तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ पूजा यमुना घाटों पर इस बार बड़े पैमाने पर मनाई जाएगी। पट्टी से लेकर ओखला तक दोनों किनारों पर घाट बनाए जाएंगे और इन घाटों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। दिल्ली सरकार की पूरी प्रतिबद्धता है कि यह पर्व न केवल ऐतिहासिक रहे, बल्कि पर्यावरण और साफ-सफाई की दृष्टि से भी आदर्श हो।
छठ घाटों का निर्माण और स्वच्छता
सरकार वर्षा जल संचयन और पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए घाटों के निर्माण में आधुनिक तकनीकों का उपयोग करेगी। इसके साथ ही छठ घाटों पर स्वच्छता और सुरक्षा दोनों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने एम.एन.ए.आई. और अन्य एजेंसियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे पर्व के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का समय रहते समाधान करें।
प्रधानमंत्री का समर्थन और वैश्विक पहचान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में कहा कि दिल्ली इस साल छठ पूजा का भव्य आयोजन करेगा। उन्होंने इसके अलावा छठ महापर्व को यूनेस्को की Intangible Cultural Heritage सूची में शामिल कराने की सरकार की कोशिशों की भी जानकारी दी। इससे यह पर्व विश्व स्तर पर अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक गरिमा के साथ मान्यता प्राप्त करेगा।
छठ पूजा का धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व
छठ पूजा सूर्य देव को समर्पित एक पावन त्यौहार है, जो दिवाली के बाद आता है और पूरे देश में खासकर बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और दिल्ली में धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व प्रकृति की पूजा, स्वच्छता, और सामूहिक आस्था का प्रतीक है।
सार्वजनिक सहभागिता और जागरूकता अभियान
सरकार ने छठ पूजा को दर्शाने वाले जागरूकता अभियानों के लिए सोशल मीडिया और स्थानीय प्रतिनिधियों का सहारा लेने का निर्णय लिया है, ताकि सभी लोग स्वच्छता और सुरक्षा के नियमों का सख्ती से पालन करें।
(FAQs)
1. दिल्ली में छठ पूजा के लिए कितने घाट बनाए जाएंगे?
इस वर्ष लगभग 1000 से अधिक छठ घाट यमुना नदी के किनारों पर बनाए जाएंगे।
2. क्या छठ घाटों की साफ-सफाई के लिए विशेष इंतजाम होंगे?
हाँ, सरकार ने साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया है और पर्व के दौरान सभी व्यवस्थाओं की निगरानी की जाएगी।
3. छठ महापर्व कब और किस प्रकार मनाया जाता है?
यह त्यौहार दिवाली के बाद आता है और सूर्य देव की उपासना तथा जल स्रोतों की सफाई के लिए मनाया जाता है।
4. यूनेस्को की सूची में छठ महापर्व शामिल क्यों किया जाना चाहिए?
छठ महापर्व भारतीय सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो वैश्विक स्तर पर इसकी धार्मिक और सांस्कृतिक गरिमा को पहचान दिलाएगा।
5. इस बार छठ पूजा दिल्ली में कैसे अलग होगी?
स्वच्छता, सुरक्षा, और व्यापक घाट निर्माण के चलते यह एक ऐतिहासिक और यादगार आयोजन होगा।
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