मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों में जहरीली कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद केंद्र सरकार और राज्यों ने एडवाइजरी जारी की है। जांच में कुछ सिरप में खतरनाक रसायन मिले हैं, जिससे दवा गुणवत्ता और ड्रग नीति पर सवाल उठे हैं।
मप्र-राजस्थान सहित कई राज्यों में कफ सिरप से बच्चों की मौत, देशभर में सख्त अलर्ट
सितंबर-अक्टूबर 2025 में मप्र के छिन्दवाड़ा, राजस्थान के सिकार और भारतपुर समेत कुछ जिलों में Coldrif कफ सिरप के कारण बच्चों की मौतें दर्ज हुईं। मप्र में 11 से अधिक बच्चों की जान गई, राजस्थान में भी ऐसी घटनाएँ सामने आईं। मामले के तार तमिलनाडु की दवा कंपनी Sresan Pharma और जयपुर की Kaysans Pharma से जुड़े।
सरकार की प्रतिक्रिया और जांच
- केंद्र और राज्य सरकारों ने Coldrif सिरप सहित संदिग्ध दवाओं पर बिक्री प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कफ सिरप बच्चों को न देने की सख्त सलाह जारी की।
- तमिलनाडु, केरल, उत्तराखंड सहित कई राज्यों में सिरप की बिक्री पर पूर्ण रोक।
- केंद्र सरकार के अनुसार, मप्र से लिए गए सिरप सैंपल्स में अभी तक DEG/EG संदूषण नहीं पाया गया, लेकिन सतर्कता बढ़ाई गई है।
- मध्य प्रदेश में एक डॉक्टर को गिरफ्तार भी किया गया, जिसने संदिग्ध सिरप प्रिस्क्राइब किया था।
दवा और स्वास्थ्य नीति पर असर
- सरकार ने सभी राज्यों से फार्मा कंपनियों की क्वॉलिटी सख्ती से जांचने और Good Manufacturing Practices (GMP) सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
- बच्चों के लिए उचित दवा नीति और OTC (ओवर द काउंटर) दवाओं की निगरानी पर भी बल दिया जा रहा है।
- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी सलाह दी है कि 2 वर्ष से छोटे बच्चों को कभी कफ सिरप न दिया जाए।
हेल्थ अलर्ट
- किसी भी दवा का उपयोग बच्चों के लिए डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना न करें।
- बच्चों में सिरप के सेवन के बाद उल्टी, बेहोशी, दौरे, अस्वस्थ लगना हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- कोई भी दवा खरीदते समय कंपनी, शेल्फ लाइफ और सरकारी चेतावनी की जांच करें।
FAQs
1. किन राज्यों में कफ सिरप की वजह से बच्चों की मौतें हुईं?
मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल समेत अन्य राज्यों में मामले देखे गए।
2. प्रभावित सिरप का नाम क्या है और उसका दोष क्या पाया गया?
मुख्य रूप से Coldrif सिरप, जिसमें Diethylene glycol (DEG) का विषैला स्तर पाया गया।
3. सरकार ने कौन-कौन से सख्त कदम उठाए हैं?
देशभर में कई सिरप पर बिक्री रोक, डॉक्टर की गिरफ्तारी, फार्मा कंपनियों पर केस, दवा क्वालिटी जांच और सभी राज्यों को अलर्ट व एडवाइजरी जारी।
4. क्या सिरप संकट के लिए कंपनियों को जिम्मेदार ठहराया गया है?
हाँ, कुछ कंपनियों के सैंपल्स में संदूषण पाया गया है, उनके उत्पाद प्रतिबंधित किए जा चुके हैं और जांच जारी है।
5. माता-पिता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
प्रिस्क्रिप्शन के बिना सिरप न दें, ब्रांड/सैंपल की जानकारी रखें, बच्चों में असाधारण लक्षण दिखें तो तुरंत अस्पताल जाएँ।
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