Sanae Takaichi जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। उनके नेतृत्व में जापान में आर्थिक प्रोत्साहन, रक्षा नीतियों में कड़ा रुख, और परंपरागत सामाजिक नजरिए के साथ बड़ा बदलाव संभव है।
जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री Sanae Takaichi: देश में बड़े बदलाव का संकेत
जापान के राजनीतिक इतिहास में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है क्योंकि 64 वर्षीय सना ताकाीची ने जापान की सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) की नेतृत्व चुनाव में जीत हासिल कर देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का रास्ता तैयार कर लिया है। उन्हें 15 अक्टूबर को संसद में औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री चुना जाएगा।
आर्थिक और सामाजिक नीतियों पर कड़ा रुख
ताकाीची आर्थिक प्रोत्साहन और सुधारों की समर्थक हैं, पर वे सामाजिक क्षेत्रों में परंपरागत रूढ़िवाद को बनाए रखने का पक्षधर भी हैं। वे विवाहित जोड़ों के लिए समान उपनाम कानून में बदलाव के खिलाफ हैं और सहसमलैंगिक विवाह का समर्थन नहीं करतीं। जापान में महिला राजनीतिक भागीदारी की स्थिति अभी भी कमजोर है, और वे इस पेचिदा राजनीतिक माहौल में संतुलन बनाना चाहती हैं।
उनका विदेशी नीति दृष्टिकोण कड़ा और सुरक्षा-केंद्रित है। वे चीन के प्रति सख्त रुख रखती हैं और जापान के शांतिवादी संविधान में संशोधन की समर्थक हैं। ताइवानी राष्ट्रपति ने उनकी जीत का स्वागत करते हुए जापान-ताइवान संबंधों को मजबूत करने की उम्मीद जताई।
ताकाीची की जीत जापान की रूढ़िवादी राजनीति को सशक्त करेगी, जिससे न केवल देश की सुरक्षा नीति बल्कि आर्थिक रणनीतियों में भी ‘एबेनोमिक्स’ जैसी नीतियों का पुनरुद्धार संभव है। हालांकि, उनका कड़ा रुख और पारंपरिक विचारधारा जापानी समाज को और अधिक ध्रुवीकृत कर सकती है।
(FAQs)
2. उनकी प्रमुख नीतियों में क्या खास है?
आर्थिक विस्तार के लिए बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन, सुरक्षा और सैन्य सुधार, और पारंपरिक सामाजिक मूल्य।
3. क्या वे जापान की पहली महिला पीएम हैं?
हाँ, वे इतिहास में जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री होंगी।
4. उनका चीन के प्रति रुख कैसा है?
वे चीन के प्रति कड़ा रुख अपनाती हैं और रक्षा संवर्द्धन की समर्थक हैं।
5. जापान में महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी कैसी है?
अभी कम है, सिर्फ लगभग 15% सांसद महिलाएं हैं, और ताकाीची इससे बदलाव लाना चाहती हैं।
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