केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि 2026 की शुरुआत तक Electric Vehicle की कीमतें पेट्रोल कारों के बराबर आ जाएगी, जिससे ईवी अपनाना आसान होगा।
Electric Vehicle की कीमतें कम होंगी : Nitin Gadkari

नितिन गडकरी का दावा: 2026 की शुरुआत तक इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत पेट्रोल कारों के बराबर आएगी
केंद्रीय राजमार्ग और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की कीमतें 2026 की शुरुआत तक पेट्रोल कारों के बराबर आ जाएगी। यह बदलाव ईवी के अधिक व्यापक उपयोग और पर्यावरणीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
सरकार की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने वाली नीतियां, बेहतर बैटरी तकनीक, स्थानीय उत्पादन और निर्माण में वृद्धि के कारण ईवी की कीमतों में कमी आ रही है। इसके साथ ही, सब्सिडी और टैक्स राहत भी कीमतें कम करने में मदद कर रही हैं।
नितिन गडकरी का मानना है कि जैसे-जैसे EV तकनीक सस्ती होगी, लोगों में इसके प्रति आकर्षण बढ़ेगा और पेट्रोल कारों के मुकाबले ईवी का बाजार हिस्सा बढ़ेगा। इससे प्रदूषण में कमी और आर्थिक रूप से भी फायदा होगा।

भारत में पिछले कुछ वर्षों में ईवी बाजार तेजी से बढ़ा है, और आने वाले वर्षों में यह और भी अधिक विस्तार करेगा। नितिन गडकरी ने आम जनता को ईवी अपनाने का आग्रह भी किया है ताकि स्वच्छ और सुरक्षित परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके।
FAQs
- नितिन गडकरी ने ईवी की कीमतों के बारे में क्या कहा?
2026 की शुरुआत तक ईवी की कीमतें पेट्रोल कारों के बराबर आ जाएंगी। - क्या यह परिवर्तन कब तक संभव है?
अगले 1-1.5 वर्षों में। - ईवी की कीमतें घटाने के प्रमुख कारक क्या हैं?
तकनीकी विकास, सरकारी सब्सिडी और लोकल निर्माण। - इससे पर्यावरण को क्या लाभ होगा?
प्रदूषण में कमी और स्वच्छ हवा। - क्या भारत में ईवी की मांग बढ़ेगी?
हाँ, सस्ती कीमतों के कारण।
Leave a comment