ट्रंप प्रशासन ने टेक्सास से नेशनल गार्ड को शिकागो भेजा है, जहां राज्यपाल और स्थानीय नेतृत्व ने इसका कड़ा विरोध किया है, और इस पर न्यायिक लड़ाई भी जारी है।
ट्रंप प्रशासन ने Texas National Guard को शिकागो भेजा, राज्यपाल ने किया विरोध
ट्रंप ने Texas से National Guard भेजा शिकागो, डेमोक्रेटिक नेताओं के कड़े विरोध और कानूनी संघर्ष के बीच
ट्रंप प्रशासन ने टेक्सास से नेशनल गार्ड के सदस्यों को शिकागो के आर्मी रिजर्व केंद्र में तैनात किया है, जो राष्ट्रपति की कठोर आप्रवासन नीति और शहरी सुरक्षा बढ़ाने के प्रयासों का हिस्सा है। इस तैनाती के खिलाफ इलीनॉयस के गवर्नर जेबी प्रिट्जकर सहित डेमोक्रेटिक नेताओं ने कड़ा विरोध जताया है और न्यायालय में इसे चुनौती भी दी गई है।
- टेक्सास के नेशनल गार्ड के लगभग 400 सदस्य शिकागो में तैनात हुए।
- गवर्नर प्रिट्जकर ने इसे ‘राजनीतिक खेल’ और स्थानीय अधिकारियों की अवहेलना बताया।
- प्रशासन की योजना अमेरिकी आप्रवासन कानून को कड़ाई से लागू करने की है।
- संबंधित जगह पर सुरक्षा कारणों से उड़ान प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।
- यह तैनाती संघीय और राज्य स्तर के बीच बढ़ती राजनीतिक टकराव का प्रतीक है।
- ओरेगन और मेम्फिस जैसे अन्य शहरों में भी इसी तरह की स्थिति बनी हुई है।
- शिकागो मेयर ब्रैंडन जॉनसन ने संघीय एजेंटों को शहर के सरकारी संपत्तियों पर ऑपरेशन करने से रोका है।
- स्थानीय पुलिस और संघीय एजेंसियों के बीच समन्वय की आवश्यकता पर जोर बढ़ा है।
- इस कदम को राजनीतिक दांवपेंच और प्रशासन की सुरक्षा नीतियों का हिस्सा माना जा रहा है।
(FAQs):
- नेशनल गार्ड किसने और कहां भेजा?
ट्रंप प्रशासन ने टेक्सास से शिकागो भेजा। - गवर्नर का क्या रुख है?
गवर्नर प्रिट्जकर ने इसका विरोध किया है। - यह तैनाती क्यों की गई?
शिकागो में अपराध और आप्रवासन नियंत्रण बढ़ाने के लिए। - क्या न्यायालय ने इस पर कोई फैसला दिया?
अभी कानूनी प्रक्रिया जारी है। - अन्य शहरों में क्या स्थिति है?
ओरेगन और मेम्फिस में भी इसी तरह के संघर्ष हैं। - स्थानीय अधिकारी और संघीय एजेंसियों के बीच समन्वय कैसा है?
विवाद और असंतोष जारी है।
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