Vienna-Delhi एयर इंडिया फ्लाइट AI154 में बीच फ्लाइट तकनीकी खराबी के बाद दुबई में आपात लैंडिंग; सभी यात्री सुरक्षित, मंत्रालय ने एयरलाइन प्रमुखों की आपात बैठक बुलाई।
Indian Aviation Alert: एयर इंडिया घटना के बाद एयरलाइन प्रमुखों की आपात बैठक
एयर इंडिया की विएना से दिल्ली आ रही फ्लाइट AI154 (Boeing 787 ड्रीमलाइनर) में 9 अक्टूबर की तड़के 39,000 फीट की ऊंचाई पर एक बड़ा तकनीकी संकट पैदा हो गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, रात करीब 2:45 बजे विमान का ऑटो-पायलट सिस्टम अचानक डिसकनेक्ट हो गया, जिससे मुख्य सिस्टम—GBAS लैंडिंग सिस्टम (GLS), फ्लाइट डायरेक्टर, ऑटो थ्रोटल और फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम में कई खराबियाँ आ गईं। नतीजतन, ऑटो-लैंड की सुविधा भी बंद हो गई और पायलटों को पूरी फ्लाइट को मैन्युअली उड़ाना पड़ा।
फ्लाइट क्रू ने एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) को सूचना दी और यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए तत्काल फ्लाइट को दुबई डायवर्ट करने का निर्णय लिया। विमान सुरक्षित लैंड हुआ; किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुँचा। एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि सभी यात्रियों को सूचित रखा गया, उन्हें रिफ्रेशमेंट दिया गया और जांच के बाद फ्लाइट 08:45 बजे IST पर रवाना हुई। एयरलाइन ने असुविधा पर खेद जताते हुए कहा—“यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
घटना के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने शुक्रवार को सभी प्रमुख एयरलाइनों (एयर इंडिया, इंडिगो, अकासा एयर, स्पाइसजेट, एलायंस एयर आदि) के CEO और सेफ्टी प्रमुखों की आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में हाल के विमान में हुई तकनीकी घटनाओं की समीक्षा और सुरक्षा व विश्वसनीयता को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की जाएगी।
- GBAS लैंडिंग सिस्टम, ऑटोपायलट, फ्लाइट डायरेक्टर्स और ऑटो थ्रोटल का एक साथ फेल होना दुर्लभ, मगर गंभीर घटना है।
- फ्लाइट क्रू की प्रोफेशनल स्किल और ट्रेनिंग की वजह से संकट में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
- तकनीकी जांच में मुख्य कारणों और संभावित सुधारों की सिफारिशें शामिल होंगी।
- DGCA के सुपरविजन में एयर इंडिया समेत सभी एयरलाइनों के मेंटेनेंस/ऑपरेशन की विस्तृत जांच के आदेश।
- तकनीकी खराबी, क्रू की प्रतिक्रिया और यात्रियों की सुरक्षा नीति की समीक्षा।
- सुरक्षा प्रोटोकॉल को अपडेट कर संभावित इमरजेंसी को रोकने हेतु जल्द नए दिशानिर्देश की संभावना।
- यात्रियों की जान बचाने के लिए पायलटों की सूझ-बूझ सराही गई।
- एयर इंडिया ने यात्री सुविधा, सूचना और अगुई यात्रा की व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं छोड़ी।
- घटना का असर एयरलाइन की विश्वसनीयता व सुरक्षा मानकों पर व्यापक चर्चा का बिंदु बना।
- विशेषज्ञों के अनुसार, फ्लाइट में एक साथ कई क्रिटिकल सिस्टम की विफलता अत्यंत चिंता का विषय है।
- भारतीय विमानन रूट और फ्लेट में बढ़ती यात्रियों संख्या के अनुपात में सुरक्षा अपग्रेडेशन व मेंटेनेंस पर और ज्यादा ध्यान आवश्यक।
एयर इंडिया की तकनीकी घटना में कोई जान-मान का नुकसान नहीं हुआ, मगर इसने विमानन सुरक्षा और संचालन व्यवस्था को लेकर नए सिरे से सोचने को मजबूर किया है। मंत्रालय द्वारा त्वरित कार्रवाई, जांच और सुरक्षा नीति पर चर्चा एक सही कदम है।
FAQs
- AI154 फ्लाइट में कौन-कौन से सिस्टम फेल हुए?
- फ्लाइट को दुबई क्यों डायवर्ट किया गया?
- क्या सभी यात्री सुरक्षित रहे?
- मंत्रालय ने इस घटना पर क्या कदम उठाए?
- आगे क्या कार्रवाई की जाएगी?
- एयर इंडिया का घटना पर क्या बयान था?
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