India AI Strategy: MeitY अधिकारी ने कहा कि भारत पश्चिमी AI कंपनियों का स्वागत करता है, साथ ही देश अपनी AI तकनीक विकसित कर रहा है।
India AI Strategy: पश्चिमी कंपनियों के लिए खुला मंच, साथ ही अपनी AI क्षमताएं भी बना रहे
भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) पश्चिमी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनियों का स्वागत करता है, लेकिन साथ ही देश अपनी स्वदेशी AI क्षमताओं के विकास में भी तेजी से जुटा हुआ है। यह बात MeitY के अतिरिक्त सचिव अभिषेक सिंह ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस के दौरान Moneycontrol से बातचीत में कही।
अभिषेक सिंह ने बताया कि भारत एक खुला अर्थव्यवस्था वाला देश है और यहां अमेरिकी व अन्य पश्चिमी कंपनियां बिना किसी रोक-टोक के काम कर रही हैं। “कई देशों ने Google, Meta जैसे विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी खेमे को रोक रखा है और अपनी विकल्प विकसित की हैं, यहां भारत भी अपनी AI परियोजनाओं पर केंद्रित है।” उन्होंने कहा कि भारत ने AI की दौड़ में थोड़ी देरी से शुरुआत की है, लेकिन अब सरकार इसे पकड़ने और भारतीय विकल्प बनाने के लिए बड़े स्तर पर निवेश कर रही है।
इसी संदर्भ में, IT मंत्रालय के सचिव S. कृष्णन ने यह भी कहा कि वैश्विक तकनीकी कंपनियों ने भारत में R&D और रोजगार दोनों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और उन्होंने इस योगदान की सराहना की। सरकार ने भारत को एक उत्पादक राष्ट्र बनाने के लिए जोर दिया है, न कि केवल सॉफ्टवेयर सेवा प्रदाता के रूप में रहने के लिए।
भारत में AI का भविष्य
- भारत में AI स्टार्टअप्स और अनुसंधान में उत्साहपूर्ण विकास हो रहा है।
- MeitY स्थानीय नवप्रवर्तकों और विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग बढ़ा रहा है।
- AI तकनीक को विभिन्न क्षेत्रों जैसे सेंसर, कैमरा, गहन सीखने (Deep Learning) में लागू किया जा रहा है।
भारत के AI प्रयास क्यों महत्वपूर्ण हैं?
- वैश्विक AI क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा तीव्र है और भारत न केवल उपयोगकर्ता बल्कि उत्पादक भी बनना चाहता है।
- AI के क्षेत्र में भारतीय नवाचार और समाधान विश्वस्तरीय कंपनियों के मुकाबले टिकाऊ विकल्प पेश कर सकते हैं।
- डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया पहल के तहत AI को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है।
भारत का AI क्षेत्र खुलापन और नवाचार दोनों को संभालते हुए तेजी से विकसित हो रहा है। MeitY की नीति न केवल विदेशी AI कंपनियों के लिए प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करती है बल्कि घरेलू क्षमताओं को भी विकसित करती है, जिससे भारत वैश्विक AI परिदृश्य में एक अहम खिलाड़ी बन सकता है।
FAQs
- भारत AI क्षेत्र में किस नीति का पालन कर रहा है?
- खुले मंच पर वैश्विक कंपनियों का स्वागत और घरेलू AI उत्पादों का विकास।
- MeitY के अनुसार भारत AI में क्यों पीछे था?
- शुरुआत में देरी हुई, जिसे अब प्रशासन बड़े निवेश से पूरा कर रहा है।
- वैश्विक AI कंपनियों का भारत में क्या योगदान है?
- R&D, नौकरियों और तकनीकी प्लेटफार्मों का विस्तार।
- भारत क्यों AI उत्पादक बनना चाहता है?
- वैश्विक प्रतिस्पर्धा में टिके रहने और तकनीकी स्वायत्तता के लिए।
- भारत में AI नवाचार कैसे बढ़ रहे हैं?
- स्टार्टअप, विश्वविद्यालय और सरकार के सहयोग से।
- MeitY की AI नीति का उद्देश्य क्या है?
- भारत को उत्पाद नाइति में अग्रणी बनाना और विदेशी व घरेलू क्षमताओं का संतुलन।
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