Sharm el-Sheikh Summit: ट्रंप के 20-पॉइंट शांति प्लान के बाद गाजा में हमास की भूमिका पर बड़ा बयान ट्रंप के 20-पॉइंट शांति प्लान के तहत गाजा को “आतंकवादमुक्त क्षेत्र” बनाने की योजना है।
Sharm el-Sheikh Summit के पहले हमास ने गाजा पर नियंत्रण छोड़ा
गाजा पट्टी पर शासन के मुद्दे पर हमास ने एक बड़ा बयान दिया है। एक वरिष्ठ हमास स्रोत ने कहा है कि “गाजा पट्टी का शासन एक बंद मुद्दा है। हमास संक्रमणकालीन चरण में बिल्कुल भी भाग नहीं लेगा, जिसका अर्थ है कि उसने पट्टी पर नियंत्रण छोड़ दिया है।” यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब मिस्र में एक उच्चस्तरीय शांति शिखर सम्मेलन की तैयारी चल रही है, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 20-बिंदु शांति प्रस्ताव को लागू करने पर चर्चा होगी।
हमास 2007 से गाजा पर शासन कर रहा है, इसलिए यह घोषणा एक बड़ा राजनीतिक मोड़ मानी जा रही है। हालांकि, समूह ने अपने हथियारों को छोड़ने के मुद्दे पर अड़ियल रुख बरकरार रखा है। एक अन्य हमास अधिकारी ने कहा कि निरस्त्रीकरण “बाहर का मुद्दा” है और इसे “लाल रेखा” के रूप में देखा जाता है। स्रोत ने कहा कि हमास एक लंबे समय तक चलने वाली युद्धविराम सहमति पर सहमत है, लेकिन इसके हथियार केवल “इजरायली हमले की स्थिति में” ही इस्तेमाल किए जाएंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 20-बिंदु शांति प्रस्ताव में गाजा को एक “उग्रवादमुक्त, आतंकवादमुक्त क्षेत्र” बनाने की बात कही गई है। इस प्लान के तहत हमास को भविष्य में गाजा के प्रशासन में कोई भूमिका नहीं दी जाएगी। प्रस्ताव में हमास के सभी सैन्य ढांचे को “नष्ट कर दिए जाने और फिर से न बनाए जाने” की भी मांग की गई है।
संक्रमणकालीन समय के दौरान गाजा के दैनिक प्रशासन के लिए एक अस्थायी तकनीकी पैलेस्टाइनी समिति की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि हमास और अन्य गुटों ने इसमें शामिल होने के लिए 40 गैर-पक्षपाती नाम सौंपे हैं।
इस बीच, गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने की तैयारी चल रही है। समझौते के तहत प्रतिदिन लगभग 600 ट्रक मानवीय सहायता गाजा में प्रवेश करेंगे। मिस्र की सरकार ने रविवार को 400 ट्रक भोजन, चिकित्सा आपूर्ति और ईंधन भेजा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को इजरायल की यात्रा करने के बाद मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के साथ शार्म अल-शेख शांति शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस शिखर सम्मेलन में 20 से अधिक विश्व नेता भाग लेने वाले हैं, जिनमें संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केयर स्टारमर शामिल हैं।
मिस्र की राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य “गाजा पट्टी में युद्ध को समाप्त करना, मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता के प्रयासों को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के एक नए युग की शुरुआत करना” है।
इस शांति प्रक्रिया में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ट्रंप और सीसी द्वारा आमंत्रित किया गया है, जो भारत के मध्य पूर्व में बढ़ती उपस्थिति को दर्शाता है।
FAQs
- क्या हमास अब गाजा पर शासन नहीं करेगा?
हां, हमास के एक वरिष्ठ स्रोत ने कहा है कि गाजा पर शासन करना “बंद मुद्दा” है और वह संक्रमणकालीन प्रशासन में भाग नहीं लेगा। - ट्रंप के 20-बिंदु शांति प्रस्ताव में क्या है?
इसमें गाजा को आतंकवादमुक्त क्षेत्र बनाना, हमास के निरस्त्रीकरण की मांग, और एक तकनीकी समिति द्वारा प्रशासन की व्यवस्था शामिल है। - हमास ने निरस्त्रीकरण को क्यों अस्वीकार किया?
हमास का मानना है कि उसके हथियार गाजा की स्वतंत्रता और आत्मरक्षा के लिए आवश्यक हैं, इसलिए इसे “लाल रेखा” माना जाता है। - शार्म अल-शेख शिखर सम्मेलन क्यों महत्वपूर्ण है?
यह शिखर सम्मेलन गाजा युद्ध को समाप्त करने और क्षेत्रीय शांति की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम हो सकता है। - गाजा में मानवीय सहायता कैसे पहुंचेगी?
प्रतिदिन लगभग 600 ट्रक मानवीय सहायता गाजा में प्रवेश करेंगे, जिसमें भोजन, दवाएं, ईंधन और आश्रय सामग्री शामिल होंगी। - क्या इजरायल और हमास शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं?
नहीं, न तो इजरायल और न ही हमास या पैलेस्टाइनियन अधिकारियों के शिखर सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है।
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