अफगानिस्तान ने पिछले तीन दिनों में तीन बार पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और ISI प्रमुख को वीजा देने से मना कर दिया है, जिसे दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव का प्रतीक माना जा रहा है।
अफगानिस्तान ने तीन दिनों में तीन बार पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और ISI चीफ को वीजा देने से किया इनकार
अफगानिस्तान ने तीन दिनों में तीन बार पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और आईएसआई प्रमुख को वीजा देने से इनकार कर दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव और बढ़ गया है। यह विकास उस समय हुआ है जब काबुल में पाकिस्तान की हवाई हमलों के बाद सीमा पार गोलीबारी में तेज़ी आई है।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़े आतंकवादियों को निशाना बनाते हुए पाकिस्तानी वायु सेनाओं द्वारा काबुल में हमला किया गया था, जिसके बाद अफगान सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई शुरू की। इस स्थिति ने वीजा अस्वीकृति सहित कूटनीतिक संबंधों को और जटिल बना दिया।
अफगानिस्तान की ओर से यह कड़ा कदम दोनों देशों के बीच जारी तनाव का संकेत है, जहां सीमा पार आतंकवाद, सुरक्षात्मक उपाय और राजनीतिक विवादों ने रिश्तों को प्रभावित किया है। विदेशी मामलों के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से इस फैसले की कड़ी आलोचना की गई है और दोनों पक्षों के बीच बातचीत फिर से शुरू करने की संभावना तलाशी जा रही है।
अфगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति पर निगरानी लगातार जारी है, और कई अन्य तरह के कूटनीतिक प्रयास भी युद्ध विराम और स्थिरता स्थापित करने के लिए किए जा रहे हैं।
(FAQs):
- किसे वीजा अस्वीकार किया गया?
- पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और ISI प्रमुख को।
- कितनी बार वीजा अस्वीकार किया गया?
- तीन दिनों में तीन बार।
- यह कदम कब लिया गया?
- हाल ही में, सीमा पार ताजा तनाव के बीच।
- किस घटना के बाद विवाद बढ़ा?
- पाकिस्तान द्वारा काबुल में TTP आतंकवादी के खिलाफ हवाई हमले।
- दोनों देशों के बीच स्थिति कैसी है?
- तनावपूर्ण और कूटनीतिक गतिरोध।
- भविष्य में क्या उम्मीद की जा रही है?
- बातचीत और तनाव कम करने के प्रयास।
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