अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने पाकिस्तान पर अफगानिस्तान में दंगे भड़काने का आरोप लगाया, जिससे सीमा तनाव और बढ़ गया है। पाकिस्तान-अफगानिस्तान रिश्ते अब युद्ध जैसी स्थिति में हैं।
भारत के बाद अब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच करीब-करीब युद्ध की स्थिति
भारत के बाद अब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर तनाव इतना बढ़ गया है कि स्थिति युद्ध जैसी हो गई है। अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी, जो भारत के एक सप्ताह के दौरे पर हैं, ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान के “कुछ तत्व” उनके देश में दंगे भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अफगानिस्तान शांति की ओर बढ़ रहा है, लेकिन यदि पाकिस्तान शांति नहीं चाहता, तो अफगानिस्तान के पास अन्य विकल्प मौजूद हैं।
पिछले कुछ दिनों में दोनों देशों की सीमा पर टकराव बढ़े हैं, जिसमें भारी गोलाबारी हुई और कई सैन्यकर्मी मारे गए। इस स्थिति ने दोनों देशों के रिश्तों को और खराब कर दिया है, खासकर तब जब तालिबान का कब्जा काबुल में बना हुआ है।
इस बीच, पाकिस्तान ने तालिबान और संबद्ध आतंकवादी संगठन के खिलाफ कई हमले किये हैं, जिन्हें अफगान सरकार ने चुनौती भरा करार दिया है। सीमा संघर्ष के कारण सुरक्षा हालात में कोई सुधार नहीं दिख रहा, और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को责任 ठहराया है।
अफगान विदेश मंत्री के बयान और बढ़ते तनाव ने भारत सहित क्षेत्रीय देशों की चिंता भी बढ़ा दी है, क्योंकि स्थानीय संघर्ष का क्षेत्रीय सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।
(FAQs):
- अफगान विदेश मंत्री ने पाकिस्तान पर क्या आरोप लगाए?
- अफगानिस्तान में दंगे भड़काने और अशांति फैलाने का प्रयास।
- सीमा पर हालात कैसे हैं?
- भारी टकराव और गोलाबारी के कारण तनावपूर्ण।
- तालिबान की भूमिका क्या है?
- वे काबुल में शासन में हैं, लेकिन सीमा पर संघर्ष जारी है।
- पाकिस्तान ने क्या कार्रवाई की है?
- तालिबान और संबद्ध आतंकवादी संगठनों के खिलाफ हमले।
- क्षेत्रीय देशों की प्रतिक्रिया क्या है?
- क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताएं।
- आगे की संभावना क्या है?
- शांति की संभावना कम, बातचीत और टकराव दोनों हो सकते हैं।
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