भारत को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में 2026-28 के लिए सातवीं बार चुना गया है। जानें इस महत्वपूर्ण चुनाव का इतिहास, भारत की प्रतिबद्धता और आगामी कार्यकाल का महत्व।
भारत ने हासिल किया संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की सदस्यता, यह सातवीं बार
भारत का यूएन मानवाधिकार परिषद में सातवां कार्यकाल
भारत को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 2026-28 कार्यकाल के लिए सातवीं बार निर्वाचित किया गया है, जो वैश्विक मानवाधिकार के क्षेत्र में देश की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस चुनाव का परिणाम 15 अक्टूबर 2025 को घोषित किया गया, और भारत का कार्यकाल 1 जनवरी 2026 से शुरू होगा।
भारत के संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि परवथनेनी हरीश ने सभी देशों का धन्यवाद करते हुए इस चयन को मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रताओं के प्रति भारत की अडिग प्रतिबद्धता बताया। भारत ने पिछले वर्षों में 2006 से लेकर अब तक कई कार्यकालों में इस संस्था में भाग लिया है, जिसमें तीन बार अनिवार्य विराम भी शामिल हैं।
इस परिषद में कुल 47 सदस्य देश होते हैं, जो तीन साल की अवधि के लिए चुने जाते हैं। सदस्य देशों की सीटें क्षेत्रीय समूहों के आधार पर बांटी जाती हैं, जिसमें अफ्रीका, एशिया-प्रशांत, पूर्वी यूरोप, लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई क्षेत्र, तथा पश्चिमी यूरोप शामिल हैं।
भारत ने इस परिषद में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, सिवाय 2011, 2018 और 2025 के तीन वर्षों के जब राष्ट्रीय नियमों के अनुसार तीसरा लगातार कार्यकाल संभव नहीं था। इस बार, 2026-28 के लिए पुनः चुने जाना भारत के वैश्विक मंच पर मानवाधिकारों की रक्षा के प्रति संकल्प को प्रतिबिंबित करता है।
साथ ही, अंगोला, चिली, इक्वाडोर, मिस्र, एस्टोनिया, इराक, इटली, मॉरीशस, पाकिस्तान, स्लोवेनिया, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम और वियतनाम भी इस कार्यकाल के लिए निर्वाचित हुए हैं।
यह चुनाव भारत के लिए एक अवसर है कि वह आगामी वर्षों में मानवाधिकारों को सशक्त बनाने, अधिकारों की रक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने में अग्रणी भूमिका निभाए।
(FAQs)
- भारत यूएन मानवाधिकार परिषद में कितनी बार चुना जा चुका है?
भारत सातवीं बार 2026-28 कार्यकाल के लिए चुना गया है, और पहले भी कई बार सदस्य रहा है। - यूएनएचआरसी का मुख्य उद्देश्य क्या है?
यह परिषद मानवाधिकारों की निगरानी, संरक्षण और समर्थन के लिए स्थापित की गई है। - भारत के इस चुनाव का वैश्विक significance क्या है?
यह भारत की वैश्विक भूमिका को मजबूत करता है और मानवाधिकारों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता दिखाता है। - भारत के UN प्रतिनिधि ने क्या कहा?
उन्होंने सभी देशों का धन्यवाद किया और इस कार्यकाल में मानवाधिकारों की सेवा करने का संकल्प जताया।
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