उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिंधी आध्यात्मिक गुरु संत शिरोमणि साईं चंदूराम जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और लखनऊ स्थित शिव शांति आश्रम में श्रद्धांजलि दी।
संत शिरोमणि साईं चंदूराम जी को योगी आदित्यनाथ ने दी अंतिम श्रद्धांजलि
CM Yogi Adityanath Pays Tribute to Sindhi Spiritual Leader Sai Chanduram, Calls His Death an Irreparable Loss
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिंधी समुदाय के प्रमुख आध्यात्मिक गुरु संत शिरोमणि साईं चंदूराम साहिब जी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका जाना “आध्यात्मिक जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति” है।
मुख्यमंत्री गुरुवार को लखनऊ स्थित शिव शांति आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने संत साईं चंदूराम जी के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
योगी आदित्यनाथ ने साईं चंदूराम जी के पार्थिव शरीर को भगवा अंगवस्त्र से ढका और उनकी प्रतिमा के समक्ष नमन किया। उन्होंने कहा,
“संत शिरोमणि साईं चंदूराम साहिब जी का निधन बेहद दुखद है। वह सिंधी समाज के एक महान आध्यात्मिक नेता और श्री शिव शांति आश्रम के प्रमुख थे। उनका जाना आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।”
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी श्रद्धांजलि देते हुए लिखा,
“साईं चंदूराम जी के अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। मैं भगवान झूलेलाल से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके अनुयायियों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति दें। ॐ शांति!”
श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धालुओं की उपस्थिति
मुख्यमंत्री की यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिव शांति आश्रम पहुंचे। सभी ने अपने गुरु के दर्शन किए और उनकी शिक्षाओं व आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।
आश्रम के अनुयायियों ने कहा कि वे संत साईं चंदूराम जी के दिखाए मार्ग पर चलते रहेंगे और उनके संदेशों को समाज में फैलाते रहेंगे।
FAQs:
- संत शिरोमणि साईं चंदूराम जी कौन थे?
- उनका निधन कब और कहां हुआ?
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा?
- श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल हुआ?
- साईं चंदूराम जी की शिक्षाएं क्या थीं?
- शिव शांति आश्रम की क्या अहमियत है?
Leave a comment