भारत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में स्वदेशी तेजस Mk1A ने नासिक से अपनी पहली उड़ान भरी। यह उन्नत जेट मिग-21 की जगह लेगा और वायुसेना को नई तकनीकी क्षमता प्रदान करेगा।
नासिक में HAL ने तेजस Mk1A का नया प्रोडक्शन लाइन शुरू किया, वायुसेना को बड़ा बल
Tejas Mk1A Fighter Jet Takes Maiden Flight in Nashik, a Major Boost to India’s Defence Capabilities
भारत की स्वदेशी वायु शक्ति ने एक नई ऊँचाई हासिल की जब हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की नई नासिक उत्पादन इकाई से तेजस Mk1A लड़ाकू विमान ने शुक्रवार को अपनी पहली उड़ान भरी। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे।
उन्होंने इस अवसर पर नासिक स्थित HAL की तेजस Mk1A की तीसरी प्रोडक्शन लाइन और HTT-40 ट्रेनर विमानों की दूसरी उत्पादन लाइन का उद्घाटन किया।
तेजस Mk1A के फीचर्स और महत्त्व:
तेजस Mk1A एक अत्याधुनिक मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है, जो भारतीय वायुसेना के पुराने MiG-21 बेड़े के स्थान पर कार्य करेगा। इसमें नवीनतम कॉम्बैट एवियोनिक्स, एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग, और बेहतर रडार प्रणाली जैसी आधुनिक तकनीकें शामिल हैं।
HAL का उत्पादन विस्तार:
HAL की नई नासिक यूनिट प्रारंभिक रूप से प्रति वर्ष 8 तेजस Mk1A विमान तैयार करेगी। बेंगलुरु स्थित दो अन्य प्रोडक्शन लाइनों के साथ मिलकर HAL की कुल उत्पादन क्षमता अब 24 विमान प्रति वर्ष हो जाएगी।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय वायुसेना की आवश्यकताओं को देखते हुए देश को सालाना 30 से 40 जेट तैयार करने की क्षमता विकसित करनी होगी ताकि आगामी MiG-21 और अन्य पुराने विमानों को समय पर बदला जा सके।
HAL नासिक प्रोजेक्ट का पैमाना:
नासिक उत्पादन परिसर को 1.3 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र में आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है, जिसमें लगभग ₹500 करोड़ का निवेश किया गया है। यह सुविधा न केवल तेजस प्रोजेक्ट बल्कि HTT-40 बेसिक ट्रेनर और आगामी Su-30MKI विमानों के आर्डर को भी संभालेगी।
FAQs:
- तेजस Mk1A विमान को भारत में कहाँ से उड़ाया गया?
- इस कार्यक्रम में कौन-कौन से नेता और अधिकारी शामिल हुए?
- HAL की नई नासिक सुविधा की उत्पादन क्षमता कितनी है?
- तेजस Mk1A, पुराने MiG-21 की तुलना में कैसे बेहतर है?
- भारत को कितने लड़ाकू विमानों के उत्पादन की आवश्यकता है?
- HAL नासिक प्रोजेक्ट में कितना निवेश किया गया है?
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