Suryakumar Yadav ने T20I कप्तानी शुबमन गिल को जाने पर खुलकर बात की। जानें क्यों कहा, “झूठ नहीं बोलूंगा, हर किसी को डर लगता है”। पढ़ें उनकी ईमानदार प्रतिक्रिया, गिल को सपोर्ट और आगे की रणनीति।
क्या Suryakumar Yadav को नहीं लगी निराशा?
Suryakumar Yadav का दिल छू लेने वाला इंटरव्यू: “कप्तानी जाते वक्त हर किसी को लगता है वो डर…”
भारतीय क्रिकेट में कप्तानी का पद सबसे ग्लैमरस, लेकिन सबसे नाजुक पदों में से एक है। एक तरफ जहां इसे पाने के लिए खिलाड़ी सालों मेहनत करते हैं, वहीं दूसरी तरफ इसे खोने का दर्द भी उतना ही गहरा होता है। भारतीय टी20 टीम के पूर्व कप्तान सूर्यकुमार यादव ने हाल ही में इस दर्द को बेहद इमानदारी और खुलकर स्वीकार किया है।
जब BCCI ने शुबमन गिल को भारत की टी20 टीम का नया कप्तान घोषित किया, तो पूरे क्रिकेट जगत में चर्चा शुरू हो गई। सवाल उठे कि आखिर सूर्यकुमार यादव (SKY) से कप्तानी क्यों छीनी गई? क्या चोट की वजह से ऐसा हुआ या फिर प्रदर्शन को लेकर? लेकिन SKY ने इस पूरे मामले पर एक recent interview में जो कहा, वह न सिर्फ एक खिलाड़ी की मानसिकता को दर्शाता है, बल्कि प्रोफेशनल स्पोर्ट्स के उस सच को भी उजागर करता है, जिससे हर athelete को गुजरना पड़ता है।
क्या हुआ था? पूरी कहानी समझें
मामला कुछ यूं है। सूर्यकुमार यादव को भारत की टी20 टीम का कप्तान बनाया गया था और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार सीरीज जीती भी थी। लेकिन इसी दौरान, उन्हें एक गंभीर चोट लग गई, जिसकी वजह से उन्हें लंबे समय तक मैदान से दूर रहना पड़ा। उनके ठीक होकर वापस आने से पहले ही, BCCI ने भविष्य की योजना के तहत युवा और तेजतर्रार शुबमन गिल को जिम्मेदारी सौंप दी। यह फैसला एक बड़े बदलाव का संकेत था, जहां senior player को हटाकर एक young talent को team का leader बनाया गया।
“झूठ नहीं बोलूंगा… हर किसी को लगता है वो डर”
अपने एक exclusive interview में SKY ने इस पूरे episode पर अपनी true feelings share कीं। उन्होंने कहा, “मैं झूठ नहीं बोलूंगा, जब कप्तानी छिनती है तो हर किसी को लगता है वो डर (I won’t lie, everyone feels that fear).”
यह एक ऐसा statement है जो आम तौर पर players public में नहीं कहते। कोई भी यह स्वीकार नहीं करना चाहता कि उन्हें डर लगा या निराशा हुई। लेकिन SKY की यही sincerity उन्हें दूसरों से अलग बनाती है। उन्होंने आगे कहा कि यह एक सामान्य human emotion है। जब आपको कोई चीज मिलती है और फिर वह चली जाती है, तो naturally ही मन में questions उठते हैं, future को लेकर concerns होते हैं। यह डर सिर्फ cricket तक सीमित नहीं, बल्कि हर profession में होता है।
एक true team player की तरह शुबमन गिल को दिया सपोर्ट
सूर्यकुमार ने साफ कहा कि उन्होंने इस फैसले को personal तौर पर नहीं लिया। उन्होंने शुबमन गिल के लिए अपना पूरा support दिखाया और कहा कि वह उनके साथ हर कदम पर खड़े रहेंगे। यह बात उनके बड़े इंसान होने का सबूत है।
उन्होंने कहा, “शुबमन एक कमाल का talent है। उसने domestic cricket और IPL में कप्तानी की है। वह इस role के लिए perfect fit है। मेरा उसे पूरा सहयोग रहेगा। जब भी उसे मेरी जरूरत होगी, मैं उसके साथ हूं।”
यह statement दिखाता है कि SKY के लिए ‘टीम’ का benefit, personal position से ज्यादा important है। यही quality एक senior player को great बनाती है।
चोट से वापसी और भविष्य पर फोकस
सूर्यकुमार ने अपनी चोट और recovery process के बारे में भी बात की। उन्होंने माना कि injury एक athlete के लिए सबसे मुश्किल दौर होता है। लेकिन उन्होंने इस period को positive तरीके से use किया। उन्होंने अपने family के साथ quality time बिताया, mentally strong रहे और physically fully fit होने पर focus किया।
उनका main goal अब clear है – भारत के लिए बल्लेबाजी करना और जीत के लिए रन बनाना। कप्तानी की जिम्मेदारी न होने का मतलब यह नहीं है कि वह टीम के लिए कम important हैं। बल्कि, अब वह बिना किसी extra pressure के अपने natural game खेल सकते हैं, जो टीम के लिए और भी फायदेमंद हो सकता है।
क्या यह फैसला सही था? एक विश्लेषण
BCCI का यह फैसला future planning का हिस्सा लगता है।
- शुबमन गिल का लीडरशील पोटेंशिअल: गिल ने Gujarat Titans की कप्तानी करते हुए IPL में अपनी leadership skills का लोहा मनवाया है। वह भारतीय क्रिकेट के future हैं और उन्हें अभी से exposure देना एक strategic move है।
- वर्ल्ड कप की तैयारी: अगला T20 World Cup 2026 में है। उससे पहले team को एक stable leadership structure में settle करना जरूरी है।
- SKY की उम्र और फिटनेस: हालांकि SKY अभी भी world’s best T20 batsman हैं, लेकिन BCCI शायद एक लंबे समय तक चलने वाला कप्तान चाहती थी।
हालांकि, यह भी सच है कि SKY ने जितनी भी opportunities में कप्तानी की, वह शानदार रहे। उनकी aggressive captaincy और calm attitude की सभी ने तारीफ की।
क्लास और कैरेक्टर की मिसाल
सूर्यकुमार यादव का यह इंटरव्यू स्पोर्ट्स मनोविज्ञान (sports psychology) की एक जीती-जागती मिसाल है। इसमें न तो bitterness है, न ही दिखावटी positivity। बल्कि, इसमें एक परिपक्व खिलाड़ी की ईमानदारी और सहजता है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि एक true champion सिर्फ मैदान पर ही नहीं, बल्कि off-field situations में भी अपनी class दिखाता है।
उनका यह रवैया young athletes के लिए एक सबक है कि setbacks को कैसे handle करना चाहिए। क्रिकेट एक team game है और individual positions से ज्यादा important टीम की सफलता है। सूर्यकुमार यादव ने इसी भावना को आगे बढ़ाया है। अब सबकी नजरें शुबमन गिल की कप्तानी और ‘स्काई’ की बल्लेबाजी पर होंगी, क्योंकि दोनों ही भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
FAQs
1. क्या Suryakumar Yadav को सिर्फ चोट की वजह से कप्तानी से हटाया गया?
ऐसा पूरी तरह से नहीं है। चोट ने निसंदेह एक भूमिका निभाई, क्योंकि इस दौरान BCCI को एक नए कप्तान की जरूरत पड़ी। लेकिन मुख्य वजह भविष्य की योजना और टीम को एक युवा, दीर्घकालिक कप्तान देना प्रतीत होती है।
2. क्या सूर्यकुमार यादव अब भी टी20 टीम के वाइस-कप्तान होंगे?
BCCI ने अभी तक वाइस-कप्तान की कोई घोषणा नहीं की है। हालांकि, शुबमन गिल की कप्तानी में सूर्यकुमार एक वरिष्ठ खिलाड़ी और मेंटर की भूमिका निभा सकते हैं।
3. सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी पर कप्तानी छिनने का क्या असर होगा?
इससे उन पर से एक बड़ी जिम्मेदारी का दबाव कम होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे वह और भी स्वतंत्र होकर अपने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी कर पाएंगे, जिससे भारतीय टीम को फायदा हो सकता है।
4. क्या सूर्यकुमार यादव अब कभी भारत के कप्तान बन सकते हैं?
क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं है। अगर वह फिट रहते हुए लगातार शानदार प्रदर्शन करते हैं और भविष्य में जरूरत पड़ती है, तो यह संभावना बन सकती है। लेकिन फिलहाल, BCCI ने शुबमन गिल को भविष्य के रूप में चुन लिया है।
5. सूर्यकुमार यादव का शुबमन गिल को सपोर्ट देना क्या दिखाता है?
यह एक वरिष्ठ खिलाड़ी की परिपक्वता, टीम भावना और खेल की सच्ची भावना को दर्शाता है। यह दिखाता है कि वह व्यक्तिगत पद से ज्यादा टीम की सफलता को महत्व देते हैं।
6. क्या शुबमन गिल T20 कप्तानी के लिए तैयार हैं?
गिल ने IPL में गुजरात टाइटन्स की कप्तानी संभाली है और फाइनल तक पहुंचाया है। उनके पास लीडरशील का अनुभव है और वह भारतीय क्रिकेट के सबसे होनहार युवाओं में से एक हैं। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कप्तानी एक अलग चुनौती है, जिसके लिए वह सीखते और adapt करते रहेंगे।
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