दिवाली से पहले दिल्ली की हवा फिर जहरीली हो गई है। आनंद विहार में AQI 426 तक पहुंच गया जबकि विशेषज्ञों ने पराली और वाहन प्रदूषण को बताया मुख्य कारण। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेताया – घर में रहें, मास्क पहनें।
दिवाली पर बिगड़ी दिल्ली की हवा: आनंद विहार में AQI 426, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
दिवाली से पहले दिल्ली की हवा फिर हुई जहरीली, आनंद विहार में AQI 426 पहुंचा, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
दिवाली से ठीक पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों पर फिर से प्रदूषण की मोटी परत छा गई है। 19 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंच गई, जिससे त्योहारी सीज़न से पहले स्वास्थ्य संकट गहराता जा रहा है।
कई इलाकों में AQI 400 के पार
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, सुबह 5:30 बजे दिल्ली का समग्र AQI ‘खराब’ श्रेणी (274) में था, जो 7 बजे तक कई इलाकों में ‘बहुत खराब’ और ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच गया।
- आनंद विहार: 426 (गंभीर)
- विवेक विहार: 349
- द्वारका: 327
- आरके पुरम: 322
- जहांगीरपुरी: 314
- बवाना: 303
एनसीआर क्षेत्रों में भी हालात बिगड़े हैं — लोन (341), नोएडा सेक्टर 125 (342) और गुरुग्राम सेक्टर 51 (342) सभी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहे।
प्रदूषण के मुख्य कारण
विशेषज्ञों का कहना है कि पराली जलाने, वाहनों के उत्सर्जन और मौसम की अनुकूल परिस्थितियों ने मिलकर हवा की गुणवत्ता को बिगाड़ा है।
परिवहन क्षेत्र दिल्ली की कुल प्रदूषण लोड का 15.6% योगदान देता है, जबकि शांत हवाएं और साफ आसमान प्रदूषकों को सतह पर फंसा रहे हैं।
क्या हो सकता है और खराब
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) का अनुमान है कि दिवाली पर वायु गुणवत्ता और बिगड़ सकती है और 21 अक्टूबर तक ‘गंभीर’ स्तर पार कर सकती है, खासकर अगर आतिशबाज़ी बढ़ी तो।
मौसम विभाग ने 19°C से 33°C तापमान और सुबह कोहरे की संभावना जताई है, जो हवा में मौजूद प्रदूषकों को नीचे रोक सकती है।
प्रशासनिक सख्ती
15 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केवल “ग्रीन पटाखों” की अनुमति दी गई है — और वो भी सीमित समय में: सुबह 6 से 7 बजे और रात 8 से 10 बजे तक। दिल्ली पुलिस और प्रदूषण नियंत्रण समिति सघन जांच और पटाखों की बिक्री पर निगरानी कर रही है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी
डॉक्टरों ने चेताया है कि इतनी उच्च स्तर की प्रदूषित हवा अस्थमा, दिल और श्वसन संबंधी बीमारियों के मरीजों के लिए खतरनाक है।
- लोगों को N95 मास्क पहनने
- सुबह की सैर से परहेज करने
- और घरों में एयर प्यूरीफायर इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
हर साल दोहराया जाने वाला पैटर्न
विशेषज्ञों ने कहा कि अगर उत्सर्जन पर नियंत्रण नहीं किया गया तो दिल्ली फिर दिवाली रात के बाद “गैस चैंबर” बन जाएगी।
CSE की 2024 रिपोर्ट में पाया गया कि दिवाली के दौरान PM2.5 का स्तर 603 µg/m³ तक पहुंच गया था, जो पिछले दो वर्षों की तुलना में 13% अधिक था।
इस बार भी उपग्रह चित्रों में उत्तरी भारत के खेतों में 1,000 से अधिक पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिससे दिल्ली की हवा और खराब हुई है।
निष्कर्ष
दिल्ली की प्रदूषित हवा अब त्योहारी खुशी पर भारी पड़ रही है। यदि मौसम ने साथ न दिया और पटाखों पर प्रतिबंधों का पालन नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में राजधानी की हवा और खतरनाक हो सकती है।
FAQs:
- दिल्ली में वर्तमान AQI कितना है?
आनंद विहार में 426 जबकि संपूर्ण दिल्ली में औसत AQI 274 दर्ज हुआ। - मुख्य प्रदूषण के कारण क्या हैं?
पराली जलाना, वाहन उत्सर्जन और धीमी हवाएं। - क्या पटाखों की अनुमति है?
केवल ग्रीन पटाखों की, वह भी सीमित समय में। - स्वास्थ्य के लिए सावधानी क्या बरतें?
मास्क पहनें, सुबह सैर न करें, एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें। - क्या स्थिति और खराब हो सकती है?
हां, IITM के अनुसार दिवाली के बाद प्रदूषण ‘गंभीर’ स्तर पर जा सकता है।
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