Amazon Web Services (AWS) में हुई गड़बड़ी के कारण Amazon, Prime Video, Snapchat, Robinhood, Duolingo, Coinbase समेत 30+ लोकप्रिय ऐप्स और वेबस�ट्स ठप हो गईं। जानें इस cloud outage की वजह, असर और पूरी प्रभावित लिस्ट।
AWS की एक विफलता, पूरे इंटरनेट का बिगड़ा हाल: 30+ बड़े ऐप्स और वेबसाइट्स हुईं डाउन
सोमवार का दिन दुनिया भर के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए एक अजीबोगरीब अनुभव लेकर आया। अचानक से, नेटफ्लिक्स मूवी रुक-रुक कर चलने लगी, स्नैपचैट का मैसेज नहीं जा रहा था, अमेजन की वेबसाइट लोड नहीं हो रही थी, और रॉबिनहुड ऐप में दिख रहे शेयर के रेट गलत नजर आ रहे थे। पहली नजर में ये सब अलग-अलग समस्याएं लग रही थीं, लेकिन जल्द ही पता चला कि इन सबके पीछे एक ही वजह है – Amazon Web Services (AWS) में आई एक बड़ी गड़बड़ी।
यह कोई साधारण सर्वर डाउन नहीं था। यह एक ऐसी घटना थी जिसने साबित कर दिया कि आज का पूरा इंटरनेट एक ही “क्लाउड की छतरी” के नीचे कितना निर्भर हो चुका है। जब यह छतरी थोड़ी सी टेढ़ी हुई, तो स्ट्रीमिंग, सोशल मीडिया, फाइनेंस, गेमिंग, और यहां तक कि अपने घर की डोरबेल तक ठप हो गई। आइए, इस बड़े इंटरनेट ब्लैकआउट की पूरी कहानी को विस्तार से समझते हैं।
क्या हुआ था? आउटेज का सारांश
आउटेज-ट्रैकिंग वेबसाइट डाउनडिटेक्टर ने सोमवार को AWS के लिए अमेरिका में ही 2,000 से अधिक आउटेज इंसिडेंट दर्ज किए। यह समस्या किसी एक ऐप या वेबसाइट तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसने AWS पर चलने वाले दर्जनों बड़े प्लेटफॉर्म्स को एक साथ प्रभावित किया। हैरानी की बात यह रही कि अमेजन की खुद की सेवाएं – Amazon.com, Prime Video, और Alexa – भी इसकी चपेट में आ गईं, जिससे साफ जाहिर होता है कि समस्या कितनी गहरी और व्यापक थी।
प्रभावित हुईं सेवाओं की विस्तृत सूची: किस-किस का काम ठप हुआ?
इस आउटेज ने डिजिटल दुनिया के हर कोने को छुआ। प्रभावित हुई सेवाओं की सूची देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि AWS का दायरा कितना बड़ा है।
1. अमेजन का अपना साम्राज्य:
- Amazon.com: दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइट तक उपयोगकर्ताओं की पहुंच बाधित हुई। पेज लोड नहीं हो रहे थे, ऑर्डर प्रोसेसिंग रुक गई थी।
- Prime Video: वीडियो स्ट्रीमिंग रुक-रुक कर हो रही थी या बिल्कुल बंद हो गई थी, जिससे करोड़ों यूजर्स का मनोरंजन बीच में अटक गया।
- Alexa: स्मार्ट स्पीकर्स और डिस्प्ले अस्थायी रूप से “बुद्धिहीन” हो गए, क्योंकि उनकी क्लाउड प्रोसेसिंग क्षमता ठप हो गई थी।
2. सोशल मीडिया और कम्युनिकेशन:
- Snapchat: मैसेज भेजने और रिसीव करने में दिक्कतें आईं, जिससे इसके करोड़ों सक्रिय यूजर्स प्रभावित हुए।
- Perplexity AI: कंपनी के CEO अरविंद श्रीनिवास ने खुद पुष्टि की कि उनकी ऑपरेशनल समस्याओं की जड़ AWS में खराबी थी।
3. फाइनेंस और पेमेंट ऐप्स:
- Robinhood: इस पॉपुलर इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म पर यूजर्स रीयल-टाइम स्टॉक प्राइस देखने और ट्रेड करने में असमर्थ रहे। ऐसी स्थिति में निवेशकों को भारी नुकसान का भी खतरा हो सकता है।
- Venmo: PayPal की इस पी2पी पेमेंट सर्विस ने भी काम करना बंद कर दिया, जिससे लोग एक-दूसरे को पैसे भेज नहीं पाए।
- Coinbase: क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के यूजर्स को भी ट्रेडिंग और एक्सेस में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
- Chime: इस डिजिटल बैंकिंग सर्विस ने भी काम करना बंद कर दिया।
4. एंटरटेनमेंट और गेमिंग:
- Netflix, Crunchyroll: स्ट्रीमिंग सेवाएं बाधित हुईं।
- Roblox, Fortnite, PUBG Battlegrounds, Rainbow Six Siege: ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया में हड़कंप मच गया। गेम सर्वर्स अनुपलब्ध हो गए।
- Apple TV: स्ट्रीमिंग में रुकावटें आईं।
5. शिक्षा और उत्पादकता:
- Duolingo: भाषा सीख रहे लाखों यूजर्स की पढ़ाई बीच में ही रुक गई।
- Canvas by Instructure: दुनिया भर के स्कूलों और कॉलेजों में इस्तेमाल होने वाला यह लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम डाउन हो गया, जिससे छात्रों और शिक्षकों की पढ़ाई-पढ़ाने की प्रक्रिया प्रभावित हुई।
- CollegeBoard: SAT जैसी परीक्षाओं के लिए जिम्मेदार संस्था की सेवाएं भी प्रभावित हुईं।
6. अन्य लोकप्रिय सेवाएं:
- The New York Times: दुनिया के प्रमुख अखबार की वेबसाइट और ऐप तक पहुंच बाधित हुई।
- Canva: ग्राफिक डिजाइन प्लेटफॉर्म ने काम करना बंद कर दिया।
- Goodreads: किताबें पढ़ने और रिव्यू करने वाले प्लेटफॉर्म पर दिक्कतें आईं।
- Ring: स्मार्ट डोरबेल और सिक्योरिटी सिस्टम ऑफलाइन हो गए।
- McDonald’s App: ऑर्डर करने और ऑफर्स का लाभ उठाने में मुश्किल हुई।
- Wordle: इस पज़ल गेम तक लोगों की पहुंच बाधित हुई।
क्लाउड निर्भरता: एक सिंगल पॉइंट ऑफ फेल्योर का खतरा
यह घटना “सिंगल पॉइंट ऑफ फेल्योर” (Single Point of Failure) के खतरे को बहुत ही स्पष्ट तरीके से उजागर करती है। AWS आज इंटरनेट की “उपयोगिता” (Utility) बन चुका है, जैसे बिजली या पानी की सप्लाई। और जिस तरह एक बड़ा पावर ग्रिड फेल होने पर पूरा शहर अंधेरे में डूब जाता है, ठीक उसी तरह AWS जैसे प्रमुख क्लाउड प्रोवाइडर की विफलता का असर पूरी डिजिटल दुनिया पर पड़ता है।
कंपनियों के लिए सबक: मल्टी-क्लाउड और मल्टी-रीजन स्ट्रैटेजी की अहमियत
ऐसी घटनाएं कंपनियों के लिए एक बड़ा सबक लेकर आती हैं। केवल एक क्लाउड प्रोवाइडर पर पूरी तरह निर्भर रहना जोखिम भरा है। भविष्य में ऐसे जोखिमों से बचने के लिए कंपनियां निम्नलिखित उपाय अपना सकती हैं:
- मल्टी-रीजन आर्किटेक्चर: अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को एक ही रीजन में न रखकर AWS के दूसरे रीजन्स (जैसे यूरोप या एशिया में) में भी फैलाना।
- हाइब्रिड क्लाउड मॉडल: कुछ महत्वपूर्ण सर्विसेज को प्राइवेट क्लाउड या ऑन-प्रिमाइसेस सर्वर पर भी रखना।
- मल्टी-क्लाउड स्ट्रैटेजी: बेहद क्रिटिकल ऑपरेशन्स के लिए एक साथ एक से ज्यादा क्लाउड प्रोवाइडर्स (जैसे Google Cloud या Microsoft Azure) का इस्तेमाल करना, ताकि एक के फेल होने पर दूसरा काम संभाल सके।
डिजिटल दुनिया का सच
यह AWS आउटेज एक चेतावनी है कि हमारी डिजिटल अर्थव्यवस्था अविश्वसनीय रूप से केंद्रीकृत और परस्पर निर्भर होती जा रही है। जब एक कंपनी का इन्फ्रास्ट्रक्चर फेल होता है, तो उसकी चपेट में सैकड़ों अन्य कंपनियां आ जाती हैं, जिनका उससे सीधा कोई लेना-देना भी नहीं होता।
आम उपयोगकर्ता के लिए, यह घटना यह समझने का समय है कि जब भी कोई ऐप या वेबसाइट काम नहीं कर रही हो, तो संभावना है कि समस्या उस ऐप के डेवलपर के साथ नहीं, बल्कि उस विशाल अदृश्य नींव में है, जिस पर पूरा इंटरनेट टिका हुआ है। भविष्य में, क्लाउड की इस नाजुकता को ध्यान में रखते हुए ही हमें और अधिक लचीली और बिखरी हुई (decentralized) तकनीकी व्यवस्थाओं की ओर बढ़ना होगा।
(FAQs)
1. क्या इस आउटेज का असर भारत के उपयोगकर्ताओं पर भी पड़ा?
हां, बिल्कुल पड़ा। भारत में भी उन सभी वैश्विक सेवाओं (जैसे Netflix, Amazon, Snapchat, Duolingo) तक पहुंचने वाले उपयोगकर्ता प्रभावित हुए। भारतीय कंपनियां जो अपनी बैकएंड सेवाएं AWS के प्रभावित रीजन में होस्ट करती हैं, वे भी डाउन हुई होंगी।
2. AWS में ऐसी समस्याएं अक्सर होती हैं क्या?
बड़े पैमाने की आउटेज अक्सर नहीं होतीं, लेकिन होती हैं। AWS का इतिहास कुछ बड़ी आउटेज से भरा है (जैसे 2017, 2021 की आउटेज)। हालांकि, उनका अपटाइम (सेवा का सक्रिय रहना) 99.99% के आसपास रहता है, लेकिन 0.01% की विफलता भी जब होती है, तो उसका असर बहुत बड़ा होता है।
3. क्या हम ऐसी आउटेज से बच सकते हैं?
एक आम उपयोगकर्ता के तौर पर, सीधे तौर पर नहीं। हां, आप इंटरनेट की निर्भरता वाले काम (जैसे ऑनलाइन पेमेंट, महत्वपूर्ण फाइलें) के लिए हमेशा एक ऑफलाइन बैकअप प्लान रख सकते हैं। असली बदलाव तो कंपनियों को अपनी तकनीकी रणनीति में लाना होगा।
4. आउटेज के दौरान किसी फाइनेंसियल लेन-देन में हुई दिक्कत से नुकसान होता है?
ऐसी स्थिति में नुकसान की संभावना बन जाती है, खासकर स्टॉक या क्रिप्टो ट्रेडिंग में। हालांकि, कंपनियां आमतौर पर अपनी सेवा की शर्तों में ऐसी तकनीकी विफलताओं के लिए जिम्मेदारी से इनकार कर देती हैं। यूजर्स को ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेडिंग करते समय इस जोखिम को समझना चाहिए।
5. क्या Amazon को इस आउटेज का फाइनेंसियल नुकसान हुआ होगा?
जरूर हुआ होगा। सबसे पहले तो AWS की सर्विस लेवल एग्रीमेंट (SLA) के तहत, वह प्रभावित ग्राहक कंपनियों को सेवा क्रेडिट देने के लिए बाध्य होगा। दूसरा, Amazon.com की खुद की बिक्री और Prime Video की सब्सक्रिप्शन सेवा बाधित हुई, जिससे सीधा राजस्व नुकसान हुआ होगा। तीसरा, इससे ग्राहकों के बीच विश्वास को ठेस पहुंची है।
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