भारत में स्टील की कीमतें पांच साल के निचले स्तर पर आ गई हैं। बढ़ती आयात, निर्यात मांग में कमी और वैश्विक बाजार में अतिपूर्ति इस गिरावट के प्रमुख कारण हैं।
स्टील के दाम पांच साल के निचले स्तर पर, कीमतों में मजबूती से गिरावट
भारत में स्टील की कीमतें पांच साल के निचले स्तर पर पहुंचीं, गिरावट के मुख्य कारणों का विश्लेषण
भारत के घरेलू स्टील बाजार में कीमतें काफी नीचे आ गई हैं और अब यह लगभग पांच साल के न्यूनतम स्तर पर कारोबार कर रही हैं। बिगमिंट मार्केट के डेटा के अनुसार, हॉट रोल्ड कॉइल (HRC) के दाम लगभग ₹47,150 प्रति टन हैं, जबकि विमर्श बाजार में रिबर (TMT) ₹46,500 से ₹47,000 प्रति टन पर ट्रेड हो रहा है।
कीमत गिरने के मुख्य कारण
- आयात में वृद्धि:
भारत में आयातित स्टील की मात्रा लगातार बढ़ रही है। सितंबर 2025 में 0.79 मिलियन टन स्टील का आयात हुआ, जो अगस्त की तुलना में अधिक है। चीन, कोरिया, रूस, और इंडोनेशिया से आयात बढ़ा है। - निर्यात मांग में कमी:
वैश्विक बाजार में भी भारत के स्टील निर्यात की मांग कमजोर रही। कुछ देशों जैसे चीन, जापान, वियतनाम और थाईलैंड में निर्यात घटा है। - वैश्विक बाजार में अतिपूर्ति:
वैश्विक स्तर पर स्टील की सप्लाई में वृद्धि और मांग में कमी के कारण कीमतों पर दबाव बना है।
उत्पादन लागत और लाभ मार्जिन
हालांकि स्टील की कीमतें कम हुई हैं, पर कच्चे माल की कीमतें समान रूप से कम नहीं हुई हैं।
- लौह अयस्क ₹4,800-₹5,000 प्रति टन के स्तर पर स्थिर है।
- कोकिंग कोयला लगभग 205 अमेरिकी डॉलर प्रति टन के आसपास ट्रेड कर रहा है।
इन कारणों से मिलों के लाभ मार्जिन पर दबाव बना हुआ है।
सरकार की पहल और आगामी योजनाएं
भारतीय इस्पात मंत्रालय ने 27 अक्टूबर को दिल्ली में सभी उद्योग हितधारकों के साथ “ओपन हाउस” बैठक का आयोजन किया है, जिसमें आयात मुद्दों और घरेलू उद्योग की प्रतिस्पर्धा पर चर्चा होगी।
आगे की संभावनाएं
- मौजूदा दबाव के चलते स्टील उत्पादन में कटौती की संभावना।
- सीजनल मांग में सुधार आने तक कीमतें कमजोर बनी रह सकती हैं।
- सरकार और उद्योग मिलकर घरेलू उत्पादन को बढ़ाने और आयात नियंत्रण को सख्त करने की कोशिश कर रहे हैं।
FAQs
- भारत में स्टील की कीमतें वर्तमान में कितनी हैं?
हॉट रोल्ड कॉइल लगभग ₹47,150 प्रति टन और रिबर ₹46,500 से ₹47,000 प्रति टन। - कीमत गिरने के पीछे मुख्य कारण क्या हैं?
बढ़ता स्टील आयात, कमजोर निर्यात मांग, और वैश्विक सप्लाई अधिशेष। - कच्चे माल की कीमतें किस स्तर पर हैं?
लौह अयस्क ₹4,800-₹5,000 प्रति टन; कोकिंग कोयला लगभग 205 डॉलर प्रति टन। - सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
27 अक्टूबर को उद्योग हितधारकों की बैठक बुलाकर आयात और निर्यात समस्याओं पर विचार-विमर्श। - दाम गिरने का भारतीय स्टील उद्योग पर क्या असर होगा?
लाभ मार्जिन कम होगा, उत्पादन कटौती हो सकती है और प्रतिस्पर्धा सख्त होगी।
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