इजरायल से वापस लौटाए गए फ़िलीस्तीनी शवों के बीच गाजा में परिवार अपने गुमशुदा रिश्तेदारों की पहचान करने में परेशानी में हैं, कई शवों पर यातना के निशान भी हैं।
शांति समझौते के तहत इजरायल ने फ़िलीस्तीनी शव लौटाए, गाजा में शोक की लहर
गाजा पट्टी में फिलीस्तीनी परिवारों के लिए भारी दर्द और कठिनाइयों का समय है क्योंकि इजरायल के पास से वापस लौटाए गए शवों के बीच उनके खोए हुए परिवारजनों की पहचान का एक दर्दनाक संघर्ष जारी है। इन शवों को इजरायल ने युद्धविराम समझौते के हिस्से के रूप में सौंपा है, जिसमें सभी जीवित बंधकों की रिहाई और लगभग 2,000 फिलीस्तीनी कैदियों की मुक्तिपूर्ति भी शामिल है।
शवों की स्थिति और पहचान में चुनौतियां
बहुत से शव खराब अवस्था में हैं। गाजा के नासिर अस्पताल में डाले गए शव नग्न, बंधे हुए और यातना के निशान सहित मिले हैं। उनमें से कई की हिंसक मौत हुई प्रतीत होती है। शवों की पहचान करना बेहद मुश्किल है क्योंकि उन्होंने महीनों तक इजरायली मोरगों में रखे जाने के कारण क्षतिग्रस्त और अपघटित हो गए हैं। परिवारों को पहचान के लिए निशान, जन्म के चिह्न, और कपड़ों के टुकड़ों पर निर्भर रहना पड़ता है।
इजरायली सेना का रुख
इजरायली सेना का कहना है कि वापस किए गए शव लड़ाकों के हैं और वे अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत काम कर रही है। इस समझौते के तहत इजरायल हर मृत बंधक के बदले 15 फिलीस्तीनी शव लौटाने पर सहमत हुआ है। हालांकि, शवों के साथ कोई पहचान संबंधी दस्तावेज नहीं दिए गए और DNA टेस्टिंग के लिए भी अनुमति नहीं है।
गाजा से परिवारों की प्रतिक्रिया
कई परिवारों ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि मारे गए व्यक्ति लड़ाकों से अलग थे। कुछ शवों पर बंधन के निशान और गोली के घाव देखने को मिले हैं। जिन्हें पहचान मिले, वे अपनी भावनात्मक पीड़ा व्यक्त करते हुए कह रहे हैं कि कम से कम अब उन्हें अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार करने का मौका मिला है।
विदेशी एवं विशेषज्ञ टिप्पणियां
ऑस्ट्रेलिया के मोनाश विश्वविद्यालय के फॉरेंसिक चिकित्सा प्रोफेसर स्टेफन कॉर्नर ने कहा कि ऐसे नुकसान संभवतः शवों के रखरखाव की अवस्थाओं के कारण भी होते हैं, पर जो बंदी बंधन पाए गए, वे असामान्य हैं। उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय फॉरेंसिक आपातकाल की मांग की है।
इस प्रक्रिया ने फिलीस्तीनी परिवारों की त्रासदी को गहराई से उजागर किया है, जहाँ वे अपने लापता सदस्यों को खोजने के लिए आतंक और अविश्वास के बीच संघर्ष कर रहे हैं। यह मामला क्षेत्रीय संघर्ष की जटिलता और मानवीय लागत की याद दिलाता है।
FAQs
- इजरायल ने फिलीस्तीनी शव क्यों लौटाए?
शांतिवार समझौते के तहत मृत बंधकों के बदले हुए शव लौटाए गए। - शवों की स्थिति कैसी है?
कई शव क्षतिग्रस्त, बंधे हुए और यातना के निशान लिए हुए हैं। - क्या परिवारों को शवों की पहचान में मदद मिल रही है?
पहचान कठिन है क्योंकि शव खराब स्थिति में हैं और पहचान के लिए सीमित विकल्प हैं। - इजरायली सेना ने शवों के बारे में क्या कहा?
उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत है और शवों में लड़ाके शामिल हैं। - इस प्रक्रिया का महत्व क्या है?
यह परिवारों को शोक करने और अपने प्रियजनों को अंतिम विदाई देने का मौका देती है, साथ ही संघर्ष की मानवीय जटिलताओं को दर्शाती है।
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