भारतीय Railway ने AC Coach में अब Sanganeri प्रिंट के कंबलों की शुरुआत की है, जिससे यात्रियों को न सिर्फ बेहतर हाइजीन बल्कि भारतीय संस्कृति का खूबसूरत अनुभव भी मिलेगा।
भारतीय Railway के AC Coach में Colorful बदलाहट
Railroad Journey Gets a Heritage Makeover
भारतीय रेलवे ने सवारी अनुभव को सुंदर बनाने के लिए अपने एसी कोच में परंपरागत सांगानेरी प्रिंट के कंबल पेश किए हैं। अब यात्रियों को सफेद साधारण कंबल के बजाय रंगीन फ्लोरल या हस्तछाप कहानियों वाले कंबल मिलेंगे, जो राजस्थान के सांगानेर की मिट्टी, रंग और कला को जाहिर करते हैं।
Sanganeri Print: Rajasthan’s Timeless Craft
- Sanganeri प्रिंट का उद्गम राजस्थान के सांगानेर में हुआ।
- प्राकृतिक रंग, सूक्ष्म हैंड ब्लॉक डिज़ाइन, और हर कंबल पर खास कलाकारी इसे खास बनाती है।
- प्रत्येक कंबल लोक कलाकारों की आजीविका का साधन भी बन रहा है।
Hygiene, Comfort, and Aesthetics Combined
- सफेद कंबलों की जगह नए प्रिंटेड कंबल पूरी तरह धोए जा सकते हैं, जिससे सफाई का स्तर बेहतर है।
- पैसेंजर कमेंट्स—कंबल न सिर्फ आकर्षक है, बल्कि हाइजीन की भी गारंटी देते हैं।
- रंगीन डिजाइन से ट्रैवलिंग माहौल और भी जॉयफुल और आरामदायक बन गया।
Pilot Success and Broader Implementation
- पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत जयपुर-आसारवा एक्सप्रेस में हुई, जहां यात्रियों ने इस बदलाव को काफी पसंद किया।
- रेलवे इसे अन्य ट्रेनों के एसी कोच में भी लागू करेगा, साथ ही देश के अन्य क्षेत्रों की पारंपरिक प्रिंट्स को भी प्रमोट कर सकता है।
A Step in ‘Vocal for Local’ and Heritage Promotion
- ये पहल ‘वोकल फॉर लोकल’ मुहिम का हिस्सा है—स्थानीय क्राफ्ट्समैन को प्रोत्साहन।
- भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को सिर्फ सफर नहीं, बल्कि कला और जड़ों से जुड़ने का अनुभव भी देना चाहती है।
- यात्रियों को हाइजीन के साथ एस्थेटिक वैल्यू भी मिले, यही उद्देश्य है।
FAQs:
- Sanganeri प्रिंट क्या है और इसकी खासियत क्या है?
- सांगानेरी प्रिंट राजस्थान का पारंपरिक हैंड ब्लॉक प्रिंट है, जो प्राकृतिक रंगों और बारीक डिजाइनों के लिए प्रसिद्ध है।
- इन नए कंबलों से यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा?
- अधिक हाइजीन, खूबसूरत डिजाइन और संस्कृति का अनुभव।
- क्या बाकी ट्रेनों में भी ये लागू होंगे?
- पायलट प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद, रेलवे अन्य ट्रेनों में भी ये लागू करेगा।
- इस पहल का लोकल आर्टिसंस पर क्या असर पड़ेगा?
- स्थानीय कलाकारों व कारीगरों की आजीविका को बढ़ावा मिलेगा।
- क्या रेलवे आगे दूसरे राज्यों की प्रिंट्स भी लाएगी?
- अगर ये योजना सफल रही, तो अन्य क्षेत्रों के ट्रेडिशनल क्राफ्ट्स भी रेलवे में शामिल किए जा सकते हैं।
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