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ट्रंप ने फिर से भारत-पाकिस्तान शांति समझौते का श्रेय लिया, रूस-यूक्रेन विवाद को बताया ज्यादा कठिन

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच हुए शांति समझौते का श्रेय लिया और कहा कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को सुलझाना इससे भी ज्यादा कठिन है।

ट्रंप का दावा: भारत-पाक सीमा विवाद शांत कराने में मेरी भूमिका अहम, रूस-यूक्रेन मामला ज्यादा पेचीदा

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को फिर से यह दावा किया है कि उन्होंने इस साल भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच शांति समझौते को सुलझाना रूस-यूक्रेन के संघर्ष से भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण था।

ट्रंप का दावा और बयान

एयर फोर्स वन पर मलेशिया के लिए उड़ान भरते हुए, ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैंने भारत-पाक विवाद का हल निकाला। अगर आप देखें तो मुझसे पहले जो समझौते हुए, वे अधिक मुश्किल थे, लेकिन रूस-यूक्रेन विवाद से उन समस्याओं की तुलना नहीं की जा सकती। रूस-यूक्रेन सबसे चुनौतीपूर्ण समस्या है जिसे सुलझाना मुश्किल है।”

भारत-पाक सीमा विवाद

इस वर्ष मई में भारत और पाकिस्तान के बीच सशस्त्र झड़पों के बाद ट्रंप प्रशासन ने दावा किया था कि उन्होंने दोनों देशों के बीच पूर्ण और तत्काल शांति की स्थापना में मदद की है। हालांकि भारत ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा है कि दोनों देशों के बीच बातचीत पूर्ण रूप से द्विपक्षीय और सीधे कूटनीतिक माध्यमों से हुई।

अन्य वैश्विक मसलों पर ट्रंप की टिप्पणी

ट्रंप ने कहा कि भारत इस वर्ष के अंत तक रूस से तेल की खरीद पूरी तरह बंद कर देगा। साथ ही उन्होंने चीन के साथ व्यापार विवाद और दुर्लभ पृथ्वी स्थलों के निर्यात नियंत्रण के मुद्दे पर भी बात की, जिसमें अमेरिका 1 नवंबर से टैरिफ बढ़ाने की योजना बना रहा है।
उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपनी स्थगित बैठक के बारे में कहा कि वे तब ही बातचीत के लिए तैयार होंगे जब यूक्रेन युद्ध के लिए स्पष्ट समाधान का मार्ग होगा।

रूसी-यूक्रेनी विवाद और ट्रंप के विचार

ट्रंप ने कहा कि पुतिन ने उन्हें फोन पर बताया था कि उन्होंने कई क्षेत्रों में शांति स्थापित करने में सहायता प्रदान की है, लेकिन रूस-यूक्रेन का मामला सबसे कठिन है। यही वजह है कि वे जल्दबाजी में बातचीत नहीं करना चाहते।

ट्रंप की यह टिप्पणी वर्तमान वैश्विक राजनीतिक तनावों और भारत-चीन-रूस के साथ अमेरिका के संबंधों की जटिलताओं का संकेत देती है। उनके दावे भारत-पाकिस्तान शांति की भूमिका को लेकर विवादास्पद हैं, लेकिन विश्वस्तर पर उनकी स्थिति और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में उनका प्रभाव बना हुआ है।


FAQs

  1. ट्रंप ने किस शांति समझौते का श्रेय लिया?
    भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद के शांतिपूर्ण समाधान का।
  2. क्या भारत ने यह माना है?
    भारत ने किसी बाहरी मध्यस्थता से इनकार किया है।
  3. ट्रंप ने रूस-यूक्रेन विवाद को कैसा बताया?
    सबसे चुनौतीपूर्ण और कठिन समस्या।
  4. ट्रंप की रूस-चीन के साथ बैठक की क्या स्थिति है?
    ट्रंप की पुतिन से बैठक तब होगी जब वार्ता संभव होगी।
  5. अमेरिका ने चीन के खिलाफ क्या क़दम उठाने का संकेत दिया है?
    1 नवंबर से टैरिफ बढ़ाने की योजना।
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