राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने छठ पूजा पर सामाजिक एकता, सहयोग, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
द्रौपदी मुर्मू का छठ पूजा पर बधाई संदेश: स्वच्छता और प्रकृति की गरिमा
छठ पूजा: एकता, सहयोग और पर्यावरण संरक्षण का संदेश — राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
छठ पूजा, जो सूर्य देव और छठी मईया को समर्पित एक चार दिवसीय धार्मिक उत्सव है, 26 अक्टूबर 2025 को देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूरे देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और इस त्योहार का संदेश एकता, सहयोग और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर दिया।
राष्ट्रपति का संदेश
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि छठ पूजा के दौरान हम प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। हम नदियों, तालाबों की पूजा करते हैं और अपने परिवारों की भलाई के लिए प्रार्थना करते हैं। यह त्योहार न केवल आध्यात्मिक है, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश देता है।
उन्होंने बल दिया कि छठ पूजा समाज में सामूहिक भागीदारी, एकता और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करती है। इस पावन पर्व पर सभी वर्ग, समुदाय और धर्म के लोग एक साथ आते हैं और प्रेम एवं भाईचारे का प्रतीक स्थापित करते हैं।
राष्ट्रपति ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें न केवल दिवाली और छठ जैसे त्योहारों में बल्कि दैनिक जीवन में भी स्वच्छता और प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियां स्वस्थ और सुंदर पर्यावरण पा सकें।
छठ पूजा का त्योहार चार दिनों तक चलता है जिसमें नहाय खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य जैसे अनुष्ठान शामिल हैं। यह एक ऐसा त्योहार है जो प्रकृति की शक्ति के प्रति श्रद्धा और मानव जीवन में स्वच्छता, संयम और धैर्य का परिचय देता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदेश के अनुसार, छठ पूजा केवल धार्मिक उत्सव नहीं बल्कि राष्ट्रीय एकता, सामाजिक सहयोग और पर्यावरण संरक्षण का भी महान सन्देश है। इस त्योहार के माध्यम से हम समरसता और प्रकृति के प्रति सम्मान का परिचय देते हैं।
FAQs
- छठ पूजा कब मनाई जाती है?
- छठ पूजा आमतौर पर अक्टूबर-नवंबर माह में चार दिनों तक मनाई जाती है।
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस बार क्या संदेश दिया?
- उन्होंने एकता, सहयोग, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
- छठ पूजा के मुख्य अनुष्ठान कौन से हैं?
- नहाय खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य।
- छठ पूजा पर्यावरण से कैसे जुड़ी है?
- नदी और तालाबों की पूजा के माध्यम से पानी और प्रकृति के संरक्षण को बढ़ावा देना।
- इस त्योहार का सामाजिक महत्व क्या है?
- यह समाज में एकता और सहयोग की भावना को मजबूत करता है।
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