पूर्व DOGE आर्किटेक्ट जेम्स फिशबैक्स ने H-1B वीजा सिस्टम को स्कैम बताते हुए भारतीय आव्रजन बंद करने की मांग की।
Ex-DOGE Architect James Fishback का बयान: भारतीय H-1B वीजा आवेदकों की बढ़ोतरी ने अमेरिकी नागरिकों को नुकसान पहुंचाया
पूर्व DOGE आर्किटेक्ट जेम्स फिशबैक्स का H-1B वीजा पर निशाना: ‘भारतीय आव्रजन बंद करो, यह अमेरिकी कामगारों को नुकसान पहुंचाता है’
पूर्व DOGE क्रिप्टोकरेंसी आर्किटेक्ट जेम्स फिशबैक्स ने अमेरिकी H-1B वीजा प्रोग्राम की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे ‘स्कैम’ करार देते हुए कहा है कि यह प्रणाली हजारों भारतीयों को अमेरिका में लाती है, जिससे अमेरिकी कामगारों को रोजगार पाने में दिक्कत होती है।
इस साल के शुरुआत में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने H-1B वीजा आवेदन शुल्क को $100,000 तक बढ़ाने की घोषणा की थी। इस कदम के बाद से फिशबैक्स और अन्य आलोचकों ने वीजा प्रणाली की पारदर्शिता और योग्यता के बारे में सवाल उठाए हैं।
जेम्स फिशबैक्स ने कहा कि H-1B वीजा भारतीयों को ‘आयात’ (इम्पोर्ट) करता है और यह अमेरिका के क़ानूनी कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है। उनका तर्क है कि इस प्रकार का सिस्टम अमेरिका के रोजगार बाजार के लिए हानिकारक है और अमेरिकी कामगारों को प्यासा छोड़ता है।
H-1B वीजा प्रोग्राम पर विवाद लंबे समय से चला आ रहा है, जिसमें विदेशी श्रमिकों के लिए प्राथमिकता और अमेरिकी कामगारों के अवसरों की कमी की चर्चा होती रही है। ट्रम्प प्रशासन के तहत वीजा शुल्क में वृद्धि और सख्त नियमों ने इस बात की आवश्यकता को उजागर किया कि सुधार आवश्यक है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी प्रशासन को एक समतामूलक नीति बनानी चाहिए, जो रोजगार संरक्षण के साथ-साथ वैध और योग्य विदेशी श्रमिकों को आकर्षित करे। इस बीच, फिशबैक्स जैसे आलोचक इस प्रणाली के खिलाफ आवाज़ उठाते रहेंगे।
जेम्स फिशबैक्स की आलोचना ने H-1B वीजा प्रोग्राम की कमियों को सामने लाया है और इस प्रणाली के सुधार की जरूरत को रेखांकित किया है। यह मुद्दा अमेरिकी और भारतीय दोनों देशों की राजनीति और रोजगार नीतियों में अहम भूमिका निभाता रहेगा।
FAQs
- H-1B वीजा प्रोग्राम क्या है?
- यह संयुक्त राज्य अमेरिका में विदेशी कामगारों को अस्थायी रोजगार देने का एक सिस्टम है।
- जेम्स फिशबैक्स ने क्या आरोप लगाया?
- उन्होंने इसे ‘स्कैम’ करार दिया और कहा कि यह अमेरिकी कामगारों को नुकसान पहुंचाता है।
- ट्रम्प प्रशासन ने क्या बदलाव किए?
- H-1B वीजा आवेदन फीस को $100,000 तक बढ़ाया।
- विवादों का मुख्य कारण क्या है?
- विदेशी श्रमिकों को प्राथमिकता मिलने से अमेरिकी कर्मचारियों के अवसर कम होना।
- इस मुद्दे का भविष्य क्या हो सकता है?
- नीति में सुधार और दोनों देशों के रोजगार संरक्षण के बीच संतुलन बनाना।
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