नेपाल के हिमालयी इलाकों में Altitude Sickness से चार पर्यटकों और पोर्टरों की मौत, बचाव और उपचार जारी।
नेपाल में Altitude Sickness से चार की मौत, पर्यटक और पोर्टर प्रभावित
नेपाल के हिमालयी क्षेत्रों में ऊंचाई की बीमारी से चार लोगों की मौत
नेपाल के पश्चिमी हिमालयी इलाकों में ऊंचाई की बीमारी (Altitude Sickness) के कारण चार पर्यटोक्ताओं और पोर्टरों की मौत हो गई है। यह घटना नेपाल के गंडकी प्रांत के मनांग जिले और कास्की जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में हुई, जहां भारी संख्या में घरेलू और विदेशी पर्यटक ट्रेकिंग के लिए आते हैं।
- मनांग में पोर्टर दिल बहादुर गुरुंग और सांगा घले ने विदेशी पराटकों के सामान ढोते वक्त ऊंचाई बीमारी से दम तोड़ा।
- ट्रेकर राम बहादुर थापा मगर होटल में मृत पाए गए।
- कास्की जिले के अन्नपूर्णा बेस कैंप क्षेत्र में तरक्की करने के दौरान सूरज मान श्रेष्ठा नामक नेपाली राष्ट्रीय की भी मौत हुई।
- साथ ही, 31 वर्षीय एक स्पेनिश पर्यटक भी कांचीन्जुंगा बेस कैंप से लौटते समय ऊंचाई बीमारी से प्रभावित हुआ और उसे हवाई मार्ग से कटमांडू भेजा गया।
नेपाल सरकार की राष्ट्रीय आपदा जोखिम कम करने और प्रबंधन प्राधिकरण (NDRRMA) ने सभी संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने और पर्यटन स्थलों पर प्रभावी उपचार और बचाव सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। पर्यटकों और पोर्टरों के लिए आवश्यक सावधानियां भी बढ़ाई गई हैं।
ट्रेकिंग के दौरान ऊंचाई बीमारियों को कैसे बचें?
- धीरे-धीरे ऊंचाई पर चढ़ाई करें।
- पर्याप्त पानी पिएं और अपनी सेहत पर नजर रखें।
- ज़रूरत पड़ने पर तुरंत नीचे उतरें और चिकित्सा सहायता लें।
- श्वास लेने में दिक्कत, सिर दर्द या मतली जैसे लक्षणों को गंभीरता से लें।
नेपाल के पर्यटक प्रदेशों में ऊंचाई की बीमारी को लेकर सतर्कता बेहद जरूरी है। पर्यटक और स्थानीय लोग दोनों सुरक्षा नियमों का पालन करें ताकि ऐसी जानलेवा घटनाओं से बचा जा सके।
FAQs
- इस वर्ष नेपाल में कितनों की मौत ऊंचाई बीमारी से हुई?
- चार पर्यटक और पोर्टर मारे गए।
- ऊंचाई की बीमारी क्या है?
- जब शरीर को कम ऑक्सीजन मिलती है और वह उच्च ऊंचाइयों के अनुकूल नहीं होता।
- नेपाल के कौन से हिस्से प्रभावित हुए?
- मनांग और कास्की जिले सहित हिमालयी क्षेत्र।
- सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
- बचाव और उपचार के लिए सामान्य सतर्कता और हवाई मार्ग से स्वास्थ्य सुविधा।
- ऊंचाई बीमारी से बचाव के लिए क्या करें?
- धीरे-धीरे चढ़ाई करें, अच्छी हाइड्रेशन रखें, और लक्षण दिखते ही चिकित्सक से संपर्क करें।
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