छत्तीसगढ़ के 21 नक्सल हथियारों के साथ surrendered, मुख्यमंत्री और IG ने पुनर्वास नीति की सफलता का जिक्र किया।
Bastar IG ने कहा: नक्सल शरण देने वालों का स्वागत, 21 हथियारबंद नक्सल मंच पर आए
छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है जब 26 अक्टूबर को 21 नक्सल हथियारों के साथ surrendered होकर मुख्यधारा में वापस आए। Bastar के इंस्पेक्टर जनरल P सुन्दरराज ने स्पष्ट किया कि नक्सली या तो surrendered करें या फिर मुकाबला करें, surrendered नक्सलियों का स्वागत है और उन्हें पुनर्वास की सभी सुविधाएं दी जाएंगी।
surrendered नक्सलियों के बारे में
- surrendered नक्सलों में केशकाल डिवीजन समिति के सचिव मुकेश के साथ 13 महिला और 8 पुरुष सदस्य शामिल हैं।
- इन्हें कुल 18 हथियारों के साथ surrender किया गया।
- प्रशासन ने इन surrendered नक्सलियों को पुनर्वास के लिए हर तरह की सहायता देने का वादा किया है।
मुख्यमंत्री का संदेश
- मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने इस घटना को ‘Surrender and Rehabilitation Policy’ की सफलता बताया।
- उन्होंने कहा कि नक्सलवाद की रीढ़ टूट चुकी है और युवाओं में विकास की दिशा में रुझान बढ़ा है।
- घर-घर शांति और सुरक्षा स्थापित करने के लिए सरकार कटिबद्ध है और भारत को मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त बनाने का लक्ष्य है।
CRPF की भूमिका
- CRPF की 74वीं बटालियन ने अपने बहादुर K-9 कुत्ते ‘इगो’ को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी।
- इगो ने कई IED खोजने में मदद की और अपने कर्तव्य के दौरान किडनी रोग से 4 वर्ष 8 महीने की उम्र में निधन हो गया।
नक्सल surrendered और पुनर्वास पहल
| तथ्य | विवरण |
|---|---|
| surrendered नक्सल की संख्या | 21 (13 महिला, 8 पुरुष) |
| हथियारों की संख्या | 18 |
| प्रमुख surrendered सदस्य | केशकाल डिवीजन समिति सचिव मुकेश |
| नीति | Surrender and Rehabilitation Policy 2025 |
| CRPF का योगदान | K9 कुत्ता ‘इगो’ की शहादत |
FAQs
- छत्तीसगढ़ में कितने नक्सल surrendered हुए?
— 21 नक्सल। - उनके साथ कितने हथियार surrender हुए?
— कुल 18 हथियार। - मुख्यमंत्री ने इस घटना को कैसे देखा?
— नक्सलवाद की रीढ़ टूटने के रूप में। - CRPF की क्या भूमिका रही?
— नक्सल विरोधी अभियान के दौरान K9 कुत्ते ‘इगो’ ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। - पुनर्वास नीति का क्या महत्व है?
— नक्सल युवाओं को विकास के मुख्यधारा में शामिल करना।
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