उत्तर कोरिया ने कहा है कि कोरियाई प्रायद्वीप का परमाणु उन्मूलन एक “Pipe Dream” है, चीन-कोरिया शिखर सम्मेलन से पहले यह बयान आया है।
उत्तर कोरिया ने कहा—कोरिया का परमाणु कार्यक्रम जर्जर सपना ही रहेगा
उत्तर कोरिया ने शनिवार को कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप का परमाणु उन्मूलन एक असंभव “pipe dream” है। यह बयान उस समय आया है जब दक्षिण कोरिया और चीन के बीच एक शिखर सम्मेलन होने वाला है, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा होने की अपेक्षा है। कोरियाई सीमा के दोनों पक्षों में तनाव के बीच, उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया KCNA ने अपने traducer बयान में कहा कि परमाणु हथियारों का निपटान एक सपने जैसा है जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा।
कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त बनाने के प्रयास वर्षों से चल रहे हैं, लेकिन उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम को हमेशा अपनी सुरक्षा का अधिकार मानता रहा है। उसने अपने सैन्य सामर्थ्य और मिसाइल परीक्षणों को बढ़ावा दिया है, जिससे वैश्विक चिंता बनी रहती है। हाल ही में, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच इस विषय पर बैठक होने वाली है, जिसमें दोनों देश इस दिशा में अपने दृष्टिकोण साझा करेंगे।
KCNA के अनुसार, उत्तर कोरिया का तर्क है कि परमाणु उन्मूलन का सपना एक “लालच” है और इसे हासिल करना संभव नहीं है। उनके उप विदेश मंत्री पक म्यॉंग हो ने भी इसी बात को दोहराया। उत्तर कोरियाई नेतृत्व ने यह भी कहा है कि वे अपने परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए किसी भी तरह की बातचीत में नहीं जाएंगे, क्योंकि वे इसे अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा का सर्वोपरि हथियार मानते हैं।
इस बयान से स्पष्ट है कि उत्तर कोरिया का दृष्टिकोण है कि वे अपने परमाणु हथियारों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, और इस दिशा में किसी भी तरह की डील या समझौता अभी नजर नहीं आ रहा है। यह भी संकेत मिलता है कि वैश्विक स्तर पर परमाणु स्थिरता और निपटान प्रयासों को लेकर अभी भी कई चुनौतियां मौजूद हैं। किन्तु, दक्षिण कोरिया और चीन इस मुद्दे को हल करने के लिए कूटनीतिक रास्ते तलाश रहे हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
- उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम क्यों जरूरी माना जाता है?
- क्योंकि उत्तर कोरिया इसे अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा का विशिष्ट हथियार मानता है, जो अपने ऊपर लगे प्रतिबंधों और सैन्य खतरे से बचाव के लिए है।
- दक्षिण कोरिया और चीन इस मसले पर क्या विचार कर रहे हैं?
- दोनों देश इस मुद्दे को बातचीत और कूटनीति से हल करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उत्तर कोरिया का इनकार इसे जटिल बना रहा है।
- क्या उत्तर कोरिया कभी अपने परमाणु हथियार छोड़ने को तैयार होगा?
- अभी के विश्वास से, उत्तर कोरिया इससे इनकार ही करेगा, क्योंकि उनका मानना है कि यह उनके सबसे बड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यक्षमता है।
- इस स्थिति का वैश्विक सुरक्षा पर क्या प्रभाव है?
- यह स्थिति वैश्विक सुरक्षा के लिए चुनौती है, क्योंकि परमाणु हथियार प्रबन्धन में अस्थिरता से युद्ध का खतरा बढ़ सकता है।
- अगले कदम क्या हो सकते हैं?
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