राष्ट्रपति ट्रम्प ने नाइजीरिया में ईसाईयों के खिलाफ बढ़ती हिंसा को लेकर देश को ‘विशेष चिंता वाले देश’ की सूची में शामिल किया है।
नाइजीरिया में धार्मिक हिंसा पर अमेरिका की नजर, ट्रम्प ने लिया कड़ा रुख
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नाइजीरिया को “विशेष चिंता वाले देश” के रूप में नामित किया है, क्योंकि उन्होंने इस देश में ईसाई समुदाय को एक अस्तित्वगत खतरे का सामना करना पड़ रहा है। ट्रम्प ने कहा कि देश में “रैडिकल इस्लामिस्ट” के कारण हजारों ईसाईयों की हत्या हो रही है। उन्होंने दो संघीय विधायकों, रिले मूरे और टॉम कोल को इस मुद्दे की जांच करने और रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
ट्रम्प ने Truth Social पर कहा कि “जब ईसाईयों या किसी भी समुदाय को नाइजीरिया जैसी स्थिति में कत्लेआम का सामना करना पड़ता है, तो कुछ करना होगा।” उन्होंने घोषणा की कि अमेरिका ऐसे अत्याचारों के खिलाफ चुप नहीं बैठेगा और विश्व भर के ईसाइयों के समर्थन के लिए तैयार है।
इस साल के दौरान नाइजीरिया के प्लेटाउ और बेनुए राज्यों में हुए कई हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए हैं। अंतरराष्ट्रीय निगरानी समूह Open Doors के अनुसार, पिछले वर्ष विश्व में धर्म के कारण मारे गए ईसाइयों में लगभग 70 प्रतिशत नाइजीरिया से थे। ये हमले मुख्य रूप से बॉको हराम, इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रांत (ISWAP), और फुलानी चरवाहों द्वारा आयोजित किए जाते हैं।
अमेरिकी नॉर्थ कैरोलिना से पूर्व सांसद एवं अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए ट्रम्प के राजदूत मार्क वाकर ने कहा कि नाइजीरियाई सरकार को हिंसा को रोकने में अधिक सक्रिय होना चाहिए। उन्होंने बताया कि हर साल लगभग 4,000 से 8,000 ईसाई मारे जाते हैं। इस मुद्दे पर अमेरिकी सीनेट सदस्यों ने भी कड़ा रुख अपनाया है।
नाइजीरियाई अधिकारियों ने धार्मिक उत्पीड़न के दावों को खारिज किया है, लेकिन विपक्षी और मानवाधिकार समूह दावा करते हैं कि कई हजार ईसाईयों को प्रतिवर्ष मारा जाता है और लाखों को अपने घर छोड़ने को मजबूर किया जाता है। इस गंभीर स्थिति को लेकर अमेरिकी सरकार ने नाइजीरिया पर दबाव बढ़ाने का संकेत दिया है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
- नाइजीरिया में ईसाई समुदाय को क्या खतरा है?
- अमेरिका ने नाइजीरिया को किस सूची में शामिल किया है?
- कौन से समूह नाइजीरिया में ईसाइयों पर हमला कर रहे हैं?
- अमेरिकी सरकार ने इस मुद्दे पर क्या कदम उठाए हैं?
- नाइजीरियाई सरकार का क्या कहना है?
- नाइजीरियाई अधिकारियों ने धार्मिक उत्पीड़न के दावों को गलत बताया है।
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