भारत ने अफगानिस्तान में भूकंप से प्रभावित परिवारों को खाद्य सामग्री भेजी है, साथ ही दवाइयों की आपूर्ति भी जल्द पहुंचाई जाएगी।
अफगानिस्तान में भूकंप पीड़ितों को भारत की राहत सामग्री की मदद,MEA ने दी जानकारी
भारत ने अफगानिस्तान के उत्तरी हिस्से में आए 6.3 तीव्रता के भूकंप से प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए खाद्य सामग्री भेजी है। यह राहत सामग्री भारतीय Министерालय विदेश कार्यों (MEA) की पहल के तहत भेजी गई है, जो अफगान लोगों के समर्थन और मदद की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
MEA के आधिकारिक प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर राहत सामग्री की तस्वीरें साझा करते हुए कहा, “अफगान जनता से अपने समर्थन को दोहराते हुए, भारत ने भूकंप प्रभावित परिवारों के लिए खाद्य सामग्री भेजी है। भारत पहला उत्तरदाता है।”
इससे पहले, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अफगान समकक्ष अमीर खान मुत्ताकी से फोन पर बातचीत की और भूकंप में हुई जनहानि पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने बताया कि राहत सामग्री और जल्द ही दवाइयां अफगानिस्तान पहुंचाई जाएंगी।
दो अक्टूबर की सुबह अफगानिस्तान के बालख, समंगान और बाग़लान प्रांतों में आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 20 लोगों की मौत हुई और 300 से अधिक घायल हुए हैं। मजार-ए-शरीफ में स्थित ऐतिहासिक ‘नीली मस्जिद’ भी इस भूकंप की चपेट में आई।
यह भूकंप तालिबान शासन के दौरान आई कई प्राकृतिक आपदाओं में से एक है, जिसने देश के शासन और पुनर्निर्माण प्रयासों पर प्रभाव डाला है। भारत की सहायता इस संकट की घड़ी में अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण राहत साबित हो रही है।
FAQs
- भारत ने अफगानिस्तान को क्या सहायता भेजी?
खाद्य सामग्री और दवाइयां भेजी हैं। - भूकंप की तीव्रता और प्रभावित क्षेत्र कौन-कौन से थे?
6.3 रिक्टर स्केल, बालख, समंगान और बाग़लान प्रांत। - भारत के विदेश मंत्री ने क्या कहा?
अफगान समकक्ष से संवेदना व्यक्त की और राहत सामग्री भेजी। - मजार-ए-शरीफ में क्या क्षति हुई?
‘नीली मस्जिद’ को नुकसान पहुंचा। - इस सहायता का महत्व क्या है?
तालिबान शासन के दौरान संकट में अफगानिस्तान के लिए महत्वपूर्ण राहत। 
                                                                        
                            
                            
                                
				                
				            
						            
						            
						            
 
			        
 
			        
 
			        
				            
				            
				            
Leave a comment