कांग्रेस ने गुजरात में बेमौसम बारिश से फसल नुकसान और आत्महत्याओं के मद्देनजर किसानों की पूरी फसल लागत की भरपाई और कर्ज माफी की मांग की है।
कांग्रेस ने गुजरात सरकार से किसानों को फसल लागत का मुआवजा और कर्ज माफ करने का आग्रह किया
कांग्रेस ने गुजरात में किसानों के लिए फसल संकट और आर्थिक परेशानियों को लेकर कर्जमाफी और फसल लागत की पूरी भरपाई की मांग की है। कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने बुधवार को बताया कि बेमौसम बारिश से कई किसानों की फसलें खराब हो गई हैं, जिसके कारण कुछ किसान आत्महत्या तक कर चुके हैं।
गोहिल ने कहा कि गुजरात में 2020 के बाद से फसल नुकसान बीमा योजना बंद कर दी गई है, जबकि यदि यह योजना लागू होती तो लाखों किसानों को आर्थिक संकट से बचाया जा सकता था। उन्होंने किसानों की परेशानियों को प्रमुखता से उजागर करने के लिए 6 नवंबर से 13 नवंबर तक ‘खेती अखरोश यात्रा’ शुरू करने की घोषणा की।
उन्होंने केंद्र सरकार की पूर्व यूपीए सरकार को याद दिलाते हुए कहा कि उसने किसानों के 72,000 करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए थे। इसके साथ ही गोहिल ने कर्नाटक और तेलंगाना की कांग्रेस सरकारों का हवाला देते हुए कहा कि वे किसानों के खातों में सीधे प्रति एकड़ 16,000 से 18,000 रुपये तक भुगतान करती हैं, इसी तरह गुजरात में भी ऐसा किया जाना चाहिए।
गोपाल जी ने गुजरात में देवभूमि द्वारका और गिर सोमनाथ जिलों में फसल खराब होने से किसानों की आत्महत्याओं के मामलों का जिक्र किया और सरकार से तत्काल राहत की मांग की।
FAQs
- कांग्रेस ने गुजरात में किसानों के लिए क्या मांगा है?
किसानों का कर्ज माफी और फसल लागत की पूरी भरपाई। - ‘खेती अखरोश यात्रा’ क्या है?
किसानों की समस्याओं को उजागर करने के लिए कांग्रेस द्वारा आयोजित यात्रा। - गुजरात में फसल नुकसान का मुख्य कारण क्या है?
बेमौसम बारिश और खराब मौसम। - कांग्रेस ने किन राज्यों का उदाहरण दिया?
कर्नाटक और तेलंगाना। - क्या गुजरात सरकार ने अभी तक फसल नुकसान बीमा योजना शुरू की है?
नहीं, योजना 2020 से बंद है।
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