Hypertension के लक्षण और इसकी खतरनाक जटिलताओं के बारे में जानें। इस चुपके से बढ़ने वाले रक्तचाप को समझें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
Hypertension क्या है?
Hypertension या उच्च रक्तचाप तब होता है जब धमनियों में रक्त का दबाव लंबे समय तक सामान्य स्तर से अधिक बना रहता है। इसे ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण तब तक स्पष्ट नहीं होते जब तक गंभीर जटिलताएं न विकसित हो जाएं।
Hypertension के प्रारंभिक लक्षण
हाईपरटेंशन के शुरुआती लक्षण अक्सर नहीं दिखते। जटिलताओं के साथ सिर दर्द, सांस लेने में कठिनाई, छाती में दर्द, नाक से खून आना और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हृदय पर प्रभाव
लंबे समय तक उच्च रक्तचाप के कारण हृदय मांसपेशी मोटी और सख्त हो जाती है, जिसे लेफ्ट वेंट्रिकुलर हाइपरट्रॉफी कहते हैं। यह दिल की कार्यक्षमता को कम करता है और हार्ट अटैक या अचानक मृत्यु का खतरा बढ़ाता है।
मस्तिष्क और स्ट्रोक
हाईपरटेंशन मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाकर इशियमिक या हेमोरैजिक स्ट्रोक का कारण बन सकता है। इससे मानसिक विकार और लकवा जैसी गंभीर स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
आँखों और गुर्दों पर असर
रक्तचाप की असामान्यता आँखों की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है जिससे दृष्टि कम होना या अंधापन संभव है। गुर्दों के कार्य में भी समस्या आ सकती है, जो गंभीर अवस्था तक पहुंच सकती है।
गर्भावस्था में हाईपरटेंशन
गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप (प्रि-इक्लेम्पसिया) माँ और शिशु दोनों के लिए खतरा है। इसका नियमित परीक्षण और देखभाल आवश्यक है।
रोकथाम और प्रबंधन
स्वस्थ जीवनशैली, नियमित व्यायाम, नमक का सीमित सेवन, शराब और तनाव से बचाव, और चिकित्सीय सलाह के अनुसार दवाओं का सेवन जरूरी है। समय-समय पर रक्तचाप की जांच भी आवश्यक है।
FAQs
1. हाईपरटेंशन के सामान्य लक्षण क्या हैं?
शुरुआती लक्षण अक्सर नहीं होते, लेकिन सिर दर्द, सांस फूलना और थकान हो सकते हैं।
2. हाईपरटेंशन से हृदय पर क्या प्रभाव पड़ता है?
हृदय की मांसपेशी मोटी होकर हार्ट फेल्योर या हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाती है।
3. क्या Hypertension से स्ट्रोक हो सकता है?
हाँ, यह मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाकर स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
4. आंखों पर इसका क्या असर होता है?
लंबे समय तक अनियंत्रित रक्तचाप से आंखों की रक्त वाहिकाएं खराब हो सकती हैं और दृष्टि में कमी हो सकती है।
5. गर्भावस्था में हाईपरटेंशन से क्या खतरे हैं?
गर्भ में शिशु के विकास में बाधा और माँ के गुर्दे के नुकसान का खतरा होता है।
6. हाईपरटेंशन से कैसे बचा जा सकता है?
स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव कम करना और डॉक्टर की सलाह अनुसार दवा लेना आवश्यक है।
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