बिना प्याज-लहसुन के बनाएं स्वादिष्ट Aloo Curry—सत्त्विक, फेस्टिव या दिन-प्रतिदिन के खाने के लिए परफेक्ट।
बिना प्याज-लहसुन के आलू करी – सरल, स्वादिष्ट और सत्त्विक विकल्प
चाहे त्योहार हो, उपवास का दिन हो या बस एक हल्की-भरी सब्जी बनाने का मन हो — एक करी जो स्वाद में न पीछे रहे और तैयारी में भी आसान हो, वह आलू से बने इस प्रकार की आलू करी हो सकती है। इसमें प्याज-लहसुन का उपयोग नहीं किया गया है, इसलिए यह सत्त्विक भोजन के अनुरूप है और उन दिनों के लिए भी पूरी तरह उपयुक्त है जब इनका सेवन वर्जित हो।
ऐसे समझें इसकी लोकप्रियता क्यों बढ़ रही है
- प्याज और लहसुन ना होने के बावजूद भी स्वाद और टेक्सचर मिलता है — टमाटर, हल्दी, जीरा एवं अदरक-हरी मिर्च का संयोजन।
- तैयारी बहुत कम समय में होती है — आलू उबालना, मसाले चोखा करना, और पकाना।
- यह रोटी-पूर्व या पूरियों के साथ, या उपवास वाले दिन चावल-दाल के साथ बढ़िया जाता है।
- प्राकृतिक, कम मसाले वाला विकल्प चाहिए तो यह उपयुक्त विकल्प है।
मूल सामग्री और तैयारी के संकेत
सामग्री (4 लोगों के लिए अनुमानित):
- 3–4 मध्यम आकार के आलू – उबले और छिले हुए
- 1 टेबलस्पून घी या तेल (वैकल्पिक रूप से शुद्ध तेल)
- 1 चम्मच जीरा
- ½ चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक
- 1 हरी मिर्च (कटी हुई)
- 3 मध्यम टमाटर (कटी हुई)
- ½ टेबिलस्पून नमक (स्वादानुसार)
- 1 टेबलस्पून हरा धनिया (कटा हुआ)
- लगभग ¾ कप पानी (आवश्यकतानुसार बढ़ा सकते हैं)
तैयार करने की विधि:
- सबसे पहले आलुओं को उबालकर छील लें और हल्के-हाथ से मसलकर कुछ बड़े-छोटे टुकड़े रखें — पूरी तरह मैश नहीं करना है।
- एक कढ़ाई में घी/तेल गरम करें, उसमें जीरा डालें जब वह चटकने लगे तो अदरक-हरी मिर्च डालें और करीब एक मिनट तक हल्की आंच पर भूनें।
- कटे हुए टमाटर और नमक डालें, मिलाएं और ढककर 3–4 मिनट तक पकाएँ जब तक टमाटर नरम और पल्पी न हो जाएँ।
- अब उबले आलू डालें, पानी डालें और अच्छी तरह मिलाएं। कढ़ाई को ढकें और 5–7 मिनट तक मध्यम आंच पर पकने दें ताकि आलू मसाले की खुशबू और स्वाद को अवशोषित कर लें।
- अंत में सही कंसिस्टेंसी आने पर आंच बंद करें, ऊपर से हरा धनिया छिड़कें और गरम-गरम परोसें।
यह व्यंजन क्यों खास है
- यह लगभग तैयार 25 मिनट में हो जाती है — जब समय कम हो लेकिन स्वाद चाहिए हो।
- प्याज-लहसुन ना होने के बावजूद किसी तरह की “लाग” महसूस नहीं होती, बल्कि हल्की-मीठी टमाटर की acidity और अदरक-हरी मिर्च की ताज़गी बनी रहती है।
- यदि आप उपवास कर रहे हैं या हल्का खाना चाह रहे हैं, तो यह सब्जी आदर्श विकल्प है — क्योंकि यह भारी नहीं होती, फिर भी संतुष्ट करती है।
- आलू जैसे सस्ता और उपलब्ध चीज आसानी से मिल जाती है, इसलिए यह बजट-फ्रेंडली भी है।
स्वास्थ्य दृष्टि से लाभ
- आलू में विटामिन C, पोटैशियम और फाइबर अच्छी मात्रा में होते हैं।
- इस तरह की सब्जी में तेल या घी की मात्रा सीमित होती है, जिससे कैलोरी कम होती है।
- प्याज-लहसुन न होने से पैराफिलिक लोगों या पेट संबंधी अधिक संवेदनशील लोगों के लिए यह पसंदीदा विकल्प बनती है।
- टमाटर, जीरा, अदरक आदि जैसे मसाले अतिरिक्त एंटीऑक्सिडेंट्स और फ्लेवर प्रदान करते हैं।
टिप्स एवं कस्टमाइजेशन
- आलू को उबालते समय बहुत ज्यादा नरम न करें, हल्की पकावट रहना बेहतर होती है ताकि कटने पर सब्जी बहुत मुलायम या बे-रूप न हो जाए।
- यदि आप अधिक मसालेदार flavour चाहते हैं, तो हल्का लाल मिर्च पाउडर ¼ चम्मच डाल सकते हैं।
- गहरे रंग व गाढ़ा ग्रेवी चाहें तो टमाटर को ब्लेंड कर के प्यूरी बना सकते हैं।
- बिल्कुल उपवास के अनुकूल बनाना हो तो घी की बजाय शुद्ध हल्का तेल और “सेंधा नमक” उपयोग करें।
- अन्य सब्जियाँ मिलाना चाहें जैसे मटर, फूलगोभी या गाजर — उन सबको उबालकर आलू के साथ पकाया जा सकता है।
किसके साथ सर्व करें?
- गरम गरम पूरी या तवा-रोटी के साथ।
- उपवास के दौरान समक/मक्का के टॉर्टिला या बाजरे/मकई की रोटी के साथ।
- सुने-भुने चावल के साथ- साथ एक हल्की राईता या पनीर का पापड़ हो सकता है।
- चखने और महसूस करने के लिए नींबू का एक टुकड़ा और हरी चटनी भी साथ रख सकते हैं।
जब आप चाहते हैं कि खाने में स्वाद हो, लेकिन तैयारी आसान हो और सामग्री कम हो, तब यह नो-प्याज नो-लहसुन आलू करी बेहतरीन विकल्प बन जाती है। इसके हल्के मसाले, सरल विधि और उपवास-अनुकूलता इसे विशेष बनाती है। अगली बार जब आप जल्दी-से-कुछ बनाना चाहें या त्योहार-उपवास के लिए हल्की और संतुष्टिदायक सब्जी चाहें — तो इस आलू करी को अपने मेनू में शामिल करें।
FAQs
- क्या इस करी में प्याज या लहसुन पूरी तरह वर्जित हैं?
– हाँ, यह रेसिपी पूरी तरह बिना प्याज-लहसुन के बनाई गई है ताकि सत्त्विक या उपवास के अनुकूल हो। - क्या आलू को पूरी तरह मैश करना चाहिए?
– नहीं, हल्के-हाथ से मसलें और कुछ बड़े टुकड़े रखें ताकि ग्रेवी में कटारापन और टेक्सचर बना रहे। - क्या इस डिश में घी जरूरी है या तेल भी चलेगा?
– यदि रोज-रोटी के लिए बना रहे हैं तो हल्का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं; लेकिन घी से स्वाद और सुगंध बेहतर आती है। - क्या इसे उपवास के दौरान खाया जा सकता है?
– बिल्कुल, क्योंकि इसमें प्याज-लहसुन नहीं है और सामग्री सरल है — इसलिए यह उपवास के दिनों में भी सुहाती सब्जी बन सकती है। - क्या इसमें अन्य सब्जियाँ मिलाई जा सकती हैं?
– हाँ, आप मटर, फूलगोभी, गाजर जैसे हल्के सब्जियाँ मिलाकर इसे और पौष्टिक बना सकते हैं। - इसे कितने समय में तैयार किया जा सकता है?
– लगभग 20-25 मिनट में पूरी तरह तैयार हो जाती है — हल्की तैयारी के साथ।
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