मसालेदार Mutton Keema करी, आलू और मटर के साथ – रेस्टोरेंट जैसा स्वाद घर पर बनाएं और परांठे या नान के साथ सर्व करें।
Mutton Keema या मसालेदार भेड़-बकरी की कीमा करी
Mutton Keema यानी मीट को बड़ी बारिक काटकर या मशीन से कीमा बना कर तैयार किए गए स्वादिष्ट करी का नाम है। यह डिश भारत में अत्यंत लोकप्रिय है क्योंकि इसमें मटन का रसभरा स्वाद, मसालों की तीव्रता और आलू-मटर जैसे सहायक तत्व मिलकर एक संपूर्ण भोजन की अनुभूति देते हैं। घर पर इसे बनाना अपेक्षाकृत सरल है, लेकिन सही मसाले और तकनीक के साथ इसे ऐसी ऊँचाई दिया जा सकता है कि वह रेस्टोरेंट-शैली का अनुभव दे सके।
कीमा करी की बनावट और तैयारी की विशेषताएँ
कीमा करी जितनी लजीज होती है, उतनी ही तैयारी में टाइम और टेक्निक का भी ध्यान चाहती है। नीचे कुछ प्रमुख बातें हैं:
- कीमा चुनते समय मटन (भेड़-बकरी) की ताज़गी व फैट कंटेंट का ध्यान रखें; बहुत अधिक फैट होने पर स्वाद बढ़ जाता है लेकिन स्वास्थ्य-दृष्टि से यह कम वसा वाला विकल्प बेहतर माना जाता है।
- मसाले-समन्वय: इस डिश में केवल तीखा ही नहीं बल्कि सुगंधित whole spices (ताजी दालचीनी, इलायची, लौंग, तेज पत्ता) एवं पिसे मसाले (लाल मिर्च, हल्दी, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर) का मिश्रण होता है।
- आलू-मटर जैसे सहायक तत्व कीमा को मल्टी-टेक्सचर और भरपूर स्वाद देते हैं — आलू हल्के मसलापन, मटर हल्की मीठास लाती है।
- ग्रेवी की कंसिस्टेंसी: इसे अधिक तरल नहीं, बल्कि थोड़ा गाढ़ा रखने से कीमा का स्वाद और टेक्सचर बेहतर आता है।
- इस तरह की डिश आमतौर पर रोटी-परांठा, नान, ठुखरी चावल या फ्राइड राइस के साथ बेहतरीन लगती है।
सामग्री (लगभग 4–5 लोगों के लिए)
- मटन कीमा (मशीन से काटा हुआ) – 500 ग्राम
- घी या तेल – 2 टेबलस्पून
- तेज पत्ता – 1
- दालचीनी (1 inch) – 1 टुकड़ा
- इलायची – 3 पोड्स
- लौंग – 4–5 पोड्स
- हरी मिर्च – 2 (बारीक कटी हुई)
- अदरक-लहसुन पेस्ट – 1½ टेबलस्पून
- प्याज – 2 (बड़ी, बारीक कटी हुई)
- टमाटर – 3 (बड़ी, बारीक कटे हुए)
- लाल मिर्च पाउडर – 1 चम्मच
- हल्दी पाउडर – ½ चम्मच
- धनिया पाउडर – 1 टेबलस्पून
- जीरा पाउडर – 1 चम्मच
- गरम मसाला पाउडर – 1 चम्मच
- टमाटर प्यूरी – ¼ कप
- आलू – 1 (बड़ा, हिसाब से कटा हुआ)
- मटर – ½ कप (हरी मटर)
- नमक – स्वादानुसार
- हरा धनिया – 2 टेबलस्पून (कटा हुआ)
- पानी – लगभग 1½ कप
विधि: मटन कीमा करी कैसे बनाएं
चरण 1 – मसाले तड़काना:
एक गहरी कड़ाही में घी या तेल गरम करें। इसमें तेज पत्ता, दालचीनी, इलायची और लौंग डालें। जब मसाले चटकने लगें तो हरी मिर्च, अदरक-लहसुन पेस्ट व प्याज डालकर हल्की आंच पर सुनहरा होने तक भूनें।
चरण 2 – टमाटर व मसालों का मिश्रण:
प्याज के सुनहरा होने के बाद कटे टमाटर डालें। साथ ही लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, धनिया पाउडर व जीरा पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिलाएँ। टमाटर नरम होकर मिश्रण गाढ़ा होने तक पकाएँ।
चरण 3 – कीमा डालना:
अब मटन कीमा डालें और मध्यम आंच पर 3–4 मिनट तक भूनें जब तक कीमा का रंग बदलने लगे और मांस की खुशबू आने लगे।
चरण 4 – आलू व मटर व पानी डालना:
कीमा के साथ कटा हुआ आलू और मटर डालें। टमाटर प्यूरी व नमक मिलाएँ। लगभग 1½ कप पानी डालें और उबाल आने पर आंच कम करें, ढक्कन लगाकर तब तक पकाएँ जब तक आलू व मटर पूरी तरह पक न जाएँ तथा ग्रेवी गाढ़ी न हो जाए। यह लगभग 15-20 मिनट ले सकती है।
चरण 5 – अंतिम टच:
जब ग्रेवी कंसिस्टेंसी आपके अनुसार हो जाए, आंच बंद करें। ऊपर से गरम मसाला छिड़कें और कटा हुआ धनिया डालें। अच्छी तरह मिला कर गरमागरम सर्व करें।
यह डिश क्यों लोकप्रिय है?
- स्वाद में तीखा, मसालेदार लेकिन संतुलित — जिसकी वजह से इसे बार-बार खाने का मन करता है।
- कीमा के कारण हर काट में मटन का रस, मसाला और आलू-मटर का संतुलन मिलता है।
- बचे हुए कीमा को दूसरे दिन कीमा समोसा, कीमा कटलेट या कीमा स्टफ्ड परांठा बनाने में भी इस्तेमाल किया जा सकता है — यानी बहु-उपयोगी डिश।
- तैयारी अधिक जटिल नहीं है, इसलिए वीकेंड-वार्तालाप या मेहमानों के लिए भी परफेक्ट विकल्प है।
स्वास्थ्य दृष्टि से पहलू
मटन कीमा को मजेदार स्नैक या मुख्य भोजन के रूप में देखा जा सकता है। ध्यान दें कि कीमा मटन आमतौर पर थोड़ी फैटी हो सकती है — इसलिए सफेद फैट कम करने के लिए आप कीमा पहले धोकर उपयोग कर सकते हैं या तले बाद अतिरिक्त तेल को हटाना चुन सकते हैं। साथ ही आलू व मटर के प्रयोग से भोजन पौष्टिक बनता है।
टिप्स एवं वैरिएशन्स
- अगर आप हल्का संस्करण चाहते हैं, तो गोल-मसल्स या बफ-मेफ फैट वाला कीमा चुन सकते हैं।
- अतिरिक्त फ्लेवर के लिए समापन में नींबू का रस या जमेन मिलाया जा सकता है।
- अगर ग्रेवी अधिक गाढ़ा पसंद कर रहे हैं, तो पानी कम डालें किंवा अंत में आंच बढ़ा कर फोड़ दें।
- कीमा को कड़ाही में थोड़ी देर खुला पकाने से उपरी तेल हल्का सूरज-तेल रंग का दिखने लगता है जो स्वाद में बढ़ोतरी करता है।
- विविधता के लिए आप इसमें मटर की बजाय हरी मटर और काजू मिला सकते हैं, या आलू-मटर न डालकर सिर्फ कीमा करी बना सकते हैं।
सर्व करने के सुझाव
- गरम-गरम नीमची, प्याज, हरी मिर्च सिरका या ककड़ी सलाद के साथ।
- नान, रोटी, परांठा या प्लेन चावल के साथ।
- अगर पार्टी में परोस रहे हैं, तो कीमा समोसे, कीमा रेसोल्ड्ड बन्स भी बना सकते हैं।
मटन कीमा करी एक ऐसी व्यंजन है जो मसाले, टेक्सचर, स्वाद और उपयोगिता में अद्वितीय है। इसे एक बार बनाएं और इसकी खुशबू, स्वाद तथा दोबारा खाने की चाह आपको लगातार बनाए रखेगी। अगली बार जब आप कुछ खास बनाना चाहें—किचन में समय दें, मसाले चुनें और इस मटन कीमा को शाही अंदाज में तैयार करें।
FAQs
- क्या कीमा मटन के बजाय चिकन या बीन मांस से बना सकते हैं?
– हाँ, आप चिकन या बीन मांस का कीमा भी इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन स्वाद व टेक्सचर थोड़ा अलग होगा। - कितनी देर तक बने रहने पर स्वाद बेहतर होता है?
– अक्सर यह कहा जाता है कि ऐसे करी अगले दिन स्वाद में और गहराई ले लेती है क्योंकि मसाले और मटन को समय मिलता है मिक्स होने का। - क्या आलू या मटर जरूरी हैं इस डिश में?
– नहीं, ये सहायक तत्व हैं; आप बिना आलू-मटर के सिर्फ कीमा भी तैयार कर सकते हैं। - क्या यह डिश बच्चों के लिए भी उपयुक्त है?
– हाँ, लेकिन मसाले – विशेष रूप से लाल मिर्च पाउडर और हरी मिर्च – को कम करना बेहतर रहेगा। - यदि कीमा अधिक तैलीय लगे तो क्या करें?
– पकने के बाद कुछ देर खुली आंच पर रखें और ऊपर का अतिरिक्त तेल हटाएं, या कीमा को किचन टॉवल पर निकालें। - इसे बड़े बैच में बना कर स्टोर किया जा सकता है?
– हाँ, कीमा पूरी तरह ठंडा कर एयरटाइट कंटेनर में फ्रिज-फ्रीजर में सुरक्षित रखा जा सकता है। पुनः गरम करके परोसा जा सकता है।
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